सी-प्लेन की सवारी से बर्लिन स्टेशन तक नरेंद्र मोदी ने कई बार सुरक्षा प्रोटोकॉल को धता बताया है

पंजाब में हुई कथित सुरक्षा चूक की जांच अवश्य होनी चाहिए, लेकिन यह प्रधानमंत्री के सुरक्षा प्रोटोकॉल में उल्लंघन की पहली घटना नहीं है. पूर्व एसपीजी अधिकारियों का कहना है कि आखिरी फैसला नरेंद्र मोदी ही लेते हैं और अक्सर सुरक्षा के तय कार्यक्रमों को अंगूठा दिखा देते हैं.

प्रधानमंत्री का हर विरोध उनकी सुरक्षा के लिए ख़तरा क्यों है

प्रधानमंत्री की ख़ासियत है कि जब-जब वे अप्रिय स्थिति में पड़ते हैं किसी न किसी तरह उनकी जान को ख़तरा पैदा हो जाता है. जब से वे मुख्यमंत्री हुए तब से अब तक कुछ समय के बाद उनकी हत्या की साज़िश की कहानी कही जाने लगती है. लोग गिरफ़्तार किए जाते हैं, पर कुछ साबित नहीं होता. फिर एक रोज़ नए ख़तरे की कहानी सामने आ जाती है.

सुरक्षा चूकः वीडियो दिखाते हैं कि मोदी के काफ़िले के पास प्रदर्शनकारी नहीं भाजपा कार्यकर्ता थे

पंजाब के फ़िरोज़पुर में पांच जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में कथित चूक को लेकर भाजपा का आरोप है कि यह उनकी हत्या की साजिश थी. हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जारी वीडियो दिखाता है कि किसान वास्तव में प्रधानमंत्री के काफिले के रुकने की जगह से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर थे.

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक को क्या चुनावी ‘इवेंट’ में बदला जा रहा है

सुरक्षा में चूक को लेकर ख़ुद प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी जिस तरह उसी क्षण से इस घटना को सनसनीखेज़ बनाकर राजनीतिक लाभ उठाने में लग गए हैं, उससे ज़ाहिर है कि वे घटना की गंभीरता को लेकर कम और उससे मुमकिन चुनावी फायदे के बारे में ज़्यादा गंभीर हैं.

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक कहीं कवरेज की भूख मिटाने का प्रयोजन तो नहीं है

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक हुई है. इस सवाल को रैली में कितने लोग आए, कितने नहीं आए इसे लेकर ज़्यादा बहस की ज़रूरत नहीं. सुरक्षा इंतज़ामों में पंजाब सरकार की भूमिका हो सकती है लेकिन यह एसपीजी के अधीन होती है. प्रधानमंत्री कहां जाएंगे और उनके बगल में कौन बैठेगा यह सब एसपीजी तय करती है. इसलिए सबसे पहले कार्रवाई केंद्र सरकार की तरफ से होनी चाहिए.

पंजाब: लुधियाना ज़िला अदालत परिसर में विस्फोट, एक व्यक्ति की मौत

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि विस्फोट की निंदा करते हुए कहा कि जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, कुछ राष्ट्र विरोधी तथा राज्य विरोधी ताकतें इस तरह के घिनौने कृत्यों को अंजाम देने की कोशिश कर रही हैं. 

करतारपुर गुरुद्वारे में मॉडल के फोटोशूट मामले में भारत ने पाक उच्चायोग के अधिकारी को तलब किया

करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब में पाकिस्तानी मॉडल सौलेहा द्वारा परिधान के एक ब्रांड के लिए बिना सिर ढके फोटोशूट कराए जाने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आई थीं, जिसके बाद इनकी कड़ी आलोचना की गई थी और सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया. बाद में मॉडल और ब्रांड द्वारा माफ़ी मांग ली गई थी.

पंजाब: पद छोड़ने के महीने भर बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्तीफ़ा वापस लिया

पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री पद संभालने के साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख के पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. अब इसे वापस लेते हुए उन्होंने यह शर्त भी रखी है कि जब तक राज्य के नए महाधिवक्ता को हटा नहीं दिया जाता वह पद की ज़िम्मेदारी फिर से नहीं संभालेंगे.

पंजाब: सरकार द्वारा सुरक्षा वापस लिए जाने के बाद शौर्य चक्र से सम्मानित शख़्स की हत्या

पंजाब में आतंकवाद के खिलाफ लड़ चुके बलविंदर सिंह संधू की पत्नी ने कहा है कि परिवार तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेगा, जब तक सरकार सुरक्षा हटाने के लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती.

पंजाब: पूर्व डीजीपी को सुप्रीम कोर्ट से संरक्षण मिलने के बाद फ़र्ज़ी मुठभेड़ के अन्य पीड़ित सामने आए

पंजाब में उग्रवाद के दौरान राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी पर प्रताड़ना, लोगों को गायब कराने का आदेश देने और फ़र्ज़ी मुठभेड़ में हत्याएं कराने के कई आरोप लगे हैं.

पंजाब: अफ्रीकी नागरिक के लिए नस्लीय शब्द के इस्तेमाल पर हाईकोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई

एक अफ्रीकी नागरिक के लिए ‘नीग्रो’ शब्द का इस्तेमाल करने पर पंजाब पुलिस को फटकार लगाते हुए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने कहा कि पुलिसकर्मियों को इन मुद्दों पर संवेदनशील बनाया जाना चाहिए और आगाह किया जाना चाहिए, ताकि किसी व्यक्ति को उसके रंग के आधार पर हवालात में न डाला जाए.

पंजाब: कर्ज नहीं चुकाने पर महिला की बुरी तरह पिटाई, कांग्रेस पार्षद समेत सात गिरफ़्तार

मामला पंजाब के मुक्तसर जिले का है. कर्ज नहीं चुकाने को लेकर कांग्रेस नेता के भाई समेत कुछ लोगों ने एक महिला को घर से खींचकर उसकी कथित रूप से बेल्ट और लात-घूंसों से पिटाई की थी.

पंजाब: लाइसेंस रद्द किए जाने से नाराज़ दुकानदार ने महिला अधिकारी की गोली मारकर हत्या की

नेहा शौरी 2009 में पंजाब के खरड़ में एफडीए के ज़ोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद पर तैनात थीं. 10 साल पहले उन्होंने आरोपी के मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की थी और उसका लाइसेंस रद्द कर दिया था. आरोपी ने ख़ुद को गोली मारकर आत्महत्या की.

पंजाब पुलिस की गायकों को नसीहत, गानों में न करें शराब और हिंसा का महिमामंडन

पुलिस ने कहा, सामाजिक ज़िम्मेदारी समझें गायक. गानों में शराब, हथियार आदि के महिमामंडन से युवाओं में बढ़ रही हैं आपराधिक प्रवृत्तियां.