महाराष्ट्र: पुणे विश्वविद्यालय के मुस्लिम छात्र से ‘लव जिहाद’ का आरोप लगाते हुए मारपीट

घटना सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय की है. पुलिस के मुताबिक, पीड़ित छात्र दो छात्राओं के साथ कहीं से लौट रहा था, जब परिसर में मोटरसाइकिल सवार चार-पांच अज्ञात लोगों ने उसे रोका और आईडी कार्ड मांगा. इसे देखने के बाद उसे 'लव जिहाद' का आरोप लगाते हुए पीटा गया.

कर्नाटक: उडुपी में कॉलेज छात्रा के वीडियो विवाद को हिंदुत्व संगठनों ने सांप्रदायिक रंग दिया

उडुपी के नेत्र ज्योति कॉलेज प्रबंधन को एक छात्रा से शिकायत मिली थी कि तीन साथी छात्राओं ने वॉशरूम में उसका वीडियो बनाया, जिसके बाद तीनों को निलंबित कर दिया गया. पुलिस ने इस घटना के सांप्रदायिक होने से इनकार किया था, लेकिन आरोपी छात्राओं के मुस्लिम होने के चलते भाजपा समेत दक्षिणपंथी संगठन इसे ‘जिहाद’ क़रार देने में लगे हुए हैं.

पुरोला सांप्रदायिक तनाव: राजनीतिक लाभ के लिए रचा गया ‘लव जिहाद’ का षड्यंत्र

वीडियो: एक हिंदू लड़की के कथित अपहरण के प्रयास के बाद से उत्तराखंड के पुरोला क़स्बे में तनाव व्याप्त है. दक्षिणपंथी हिंदू समूह घटना को ‘लव जिहाद’ बता रहे हैं, ​वहीं, इससे इनकार करते हुए लड़की के परिजनों ने कहा कि पूरा मामला कुछ हिंदुत्ववादी संगठनों, नेताओं और एक पत्रकार की साज़िश का नतीजा है. इस बारे में देहरादून के लोगों से बातचीत.

कैसे पुरोला की घटना को ‘लव जिहाद’ का मामला बताकर सांप्रदायिक रंग दिया गया

दो युवकों द्वारा एक हिंदू लड़की के कथित अपहरण के प्रयास के बाद से उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के पुरोला क़स्बे में तनाव व्याप्त है. दक्षिणपंथी हिंदू समूह घटना को ‘लव जिहाद’ बता रहे हैं, ​वहीं, इससे इनकार करते हुए लड़की के मामा ने बताया है कि पूरा मामला कुछ हिंदुत्ववादी संगठनों, नेताओं और एक पत्रकार की साज़िश का नतीजा है. 

कर्नाटक: भाजपा सरकार ने 385 मुक़दमे वापस लिए, हेट स्पीच और सांप्रदायिक हिंसा के मामले भी शामिल

कर्नाटक की भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा जुलाई 2019 से अप्रैल 2023 के बीच वापस लिए कुल 385 आपराधिक मामलों में 182 मामले हेट स्पीच, गोरक्षा और सांप्रदायिक हिंसा से संबंधित थे, जिनमें से अधिकांश घटनाएं दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं से संबंधित थीं और 1,000 से अधिक लोग इनमें आरोपी थे.

महाराष्ट्र: दक्षिणपंथी संगठनों के विरोध के बाद अंतरधार्मिक जोड़े की शादी का रिसेप्शन रद्द

समाचार चैनल सुदर्शन न्यूज़ के संपादक सुरेश चव्हाणके ने 18 नवंबर की सुबह रिसेप्शन पार्टी के आमंत्रण की एक तस्वीर ट्वीट की और हैशटैग ‘लव जिहाद’ और ‘आतंकवादी कृत्य’ का इस्तेमाल करते हुए इसे दिल्ली के महरौली में हुए श्रद्धा वालकर हत्याकांड से जोड़ दिया, जिसके बाद दक्षिणपंथी संगठनों ने इस आयोजन का विरोध किया था.

पूर्व सेना प्रमुखों, नौकरशाहों की राष्ट्रपति, पीएम से हेट स्पीच देने वालों पर कार्रवाई की मांग

हरिद्वार में 17-19 दिसंबर के बीच हिंदुत्ववादी नेताओं और कट्टरपंथियों द्वारा आयोजित ‘धर्म संसद’ में कथित तौर पर मुसलमान एवं अल्पसंख्यकों को ख़िलाफ़ खुलकर नफ़रत भरे भाषण दिए गए, यहां तक कि उनके नरसंहार का आह्वान भी किया गया. इसके बाद छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी इसी तरह का आयोजन हुआ था.

नफ़रत भरे भाषणों के सिलसिले में याचिका दाख़िल कर अदालत की निगरानी में जांच की मांग

उत्तराखंड के हरिद्वार में 17-19 दिसंबर के बीच हिंदुत्ववादी नेताओं द्वारा एक ‘धर्म संसद’ का आयोजन किया गया था, जिसमें मुसलमान एवं अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ नफ़रत भरे भाषण देने के साथ उनके नरसंहार का आह्वान भी किया गया था. इसी तरह दिल्ली में हिंदु युवा वाहिनी के एक कार्यक्रम में सुदर्शन टीवी के संपादक सुरेश चव्हाणके ने कहा था कि वह भारत को ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाने के लिए ‘लड़ने, मरने और मारने’ के लिए तैयार हैं.

धर्म संसद आयोजकों पर कोई भी कार्रवाई की जाए, चुनावी लाभ भाजपा को ही मिलेगा

यति नरसिंहानंद ने बताया है कि तथाकथित धर्म संसदें हर छह माह पर आयोजित की जाती रही हैं. तो फिर आगामी एक माह में तीन 'धर्म संसदें' आयोजित करने के पीछे क्या रहस्य है, वो भी दो बार उस उत्तर प्रदेश में, जहां विधानसभा चुनाव आसन्न हैं?

हरिद्वार ‘धर्म संसद’ के ख़िलाफ़ दिल्ली में प्रदर्शन; हिंदुत्ववादी नेताओं की गिरफ़्तारी की मांग

वीडियो: उत्तराखंड के हरिद्वार में 17-19 दिसंबर के बीच हिंदुत्ववादी नेताओं और कट्टरपंथियों द्वारा एक ‘धर्म संसद’ का आयोजन किया गया था, जिसमें कथित तौर पर मुसलमान एवं अल्पसंख्यकों को ख़िलाफ़ खुलकर नफ़रत भरे भाषण दिए गए, यहां तक कि उनके नरसंहार का आह्वान भी किया गया है.

पाकिस्तान ने अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ नफ़रत भरे भाषणों को लेकर भारतीय राजनयिक को तलब किया

पाकिस्तान ने हाल में हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हिंसा भड़काने के इरादे से दिए गए कथित नफ़रत भरे भाषणों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि भारत के लिए यह बहुत ही निंदनीय बात है कि न तो आयोजकों ने कोई खेद व्यक्त किया है और न ही भारत सरकार ने उनकी निंदा की है. 

मुस्लिमों के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाने वाले भाषण देने के सिलसिले में दो और लोगों के ख़िलाफ़ केस

उत्तराखंड के हरिद्वार में 17-19 दिसंबर के बीच आयोजित ‘धर्म संसद’ में  हिंदुत्ववादी नेताओं और कट्टरपंथियों द्वारा मुसलमानों के ख़िलाफ़ कथित तौर पर नफ़रत फैलाने वाले भाषण देने के सिलसिले में 23 दिसंबर को दर्ज प्राथमिकी में जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को नामजद किया गया था. अब उसमें स्वामी धरमदास और साध्वी अन्नपूर्णा के नाम जोड़े गए हैं.

हरिद्वार धर्म संसद: नफ़रत के फैलते कारोबार के आगे पुलिस क्यों लाचार है

हरिद्वार में हुई तथाकथित धर्म संसद में कही गई अधिकांश बातें भारतीय क़ानूनों की धारा के तहत गंभीर अपराध की श्रेणी में आती हैं, लेकिन अब तक इसे लेकर की गई उत्तराखंड पुलिस की कार्रवाई दिखाती है कि वह क़ानून या संविधान नहीं, बल्कि सत्तारूढ़ पार्टी के लिए काम कर रही है.

वकीलों ने सीजेआई को लिखा- मुस्लिम नरसंहार का आह्वान करने वालों पर हो कार्रवाई

सुप्रीम कोर्ट के 76 वकीलों ने मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना को पत्र लिखकर दिल्ली और हरिद्वार में हुए हालिया कार्यक्रमों में मुस्लिम समाज के ख़िलाफ़ भड़काऊ बयान देने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के लिए निर्देश देने की मांग की है.

कर्नाटकः कॉन्वेंट स्कूल के क्रिसमस आयोजन में हिंदुत्व कार्यकर्ताओं ने बाधा डाली, धमकाया

घटना मांड्या ज़िले में 23 दिसंबर को हुई, जहां हिंदू जागरण वेदिक के सदस्य कथित तौर पर निर्मला इंग्लिश हाईस्कूल एंड कॉलेज में घुसे और वहां के कर्मचारियों को धमकी दी. स्कूल प्रिंसिपल ने बताया कि हिंदुत्व कार्यकर्ताओं ने परिसर में सरस्वती की तस्वीर लगाने और स्कूल के मैदान में गणेश चतुर्थी मनाने को कहा है.