वीडियो: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर खरगोन ज़िला प्रशासन और पुलिस ने रामनवमी जुलूस पर कथित तौर पर हमले में शामिल लोगों के घर तोड़ दिए हैं. इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में बीते शनिवार को हनुमान जयंती पर निकाले गए जुलूस में पथराव के बाद हिंसा भड़क गई थी. स्थिति अब नियंत्रण में है. फरवरी 2020 के उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों के बाद से राष्ट्रीय राजधानी में यह पहली बड़ी सांप्रदायिक झड़प थी.
वीडियो: जिस देश में हिंदू बहुसंख्यक हैं और मुसलमान अल्पसंख्यक, वहां हिंदुओं का एक धड़ा अल्पसंख्यक समुदाय से ख़तरा महसूस करता है. देश के विभिन्न स्थानों पर हाल में हुईं सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं पर द वायर की आरफ़ा ख़ानम शेरवानी का नज़रिया.
वीडियो: हिंदुत्ववादी समूहों द्वारा बीते 10 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर निकाले गए जुलूसों के दौरान देश के विभिन्न शहरों में सांप्रदायिक हिंसा की ख़बरें सामने आई थीं. इनमें मध्य प्रदेश का खरगोन शहर भी शामिल है. हिंसा के बाद ज़िला प्रशासन द्वारा कई घरों और दुकानों को गिराने की कार्रवाई की गई थी.
वीडियो: दिल्ली की एक अदालत ने चार मई को जामिया मिलिया इस्लामिया की छात्रा सफ़ूरा ज़रगर की ज़मानत याचिका को ख़ारिज कर दिया. फरवरी में दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे भड़काने की साज़िश रचने का आरोप लगने के बाद सफ़ूरा ज़रगर को गिरफ्तार किया गया था. इस मुद्दे पर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर अपूर्वानंद से बातचीत.
एक साल की देरी से जारी किए गए एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2017 में देश में दंगों की कुल 58,729 वारदातें दर्ज की गईं. इनमें से 11,698 दंगे बिहार में हुए. वर्ष 2017 में ही देश में कुल 723 सांप्रदायिक/धार्मिक दंगे हुए. इनमें से अकेले बिहार में 163 वारदातें हुईं, जो किसी भी सूबे से ज़्यादा है.
ग्राउंड रिपोर्ट: बिहार के औरंगाबाद में मार्च महीने में रामनवमी के समय हुई सांप्रदायिक हिंसा में कई दुकानों में लूटपाट कर आग लगा दी गई थी. उस समय नीतीश सरकार ने पीड़ित दुकानदारों को मुआवज़ा देने की बात कही थी, लेकिन चार महीने बाद भी ज़्यादातर दुकानदारों को एक रुपया भी मुआवज़ा नहीं मिला है.
जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, घरों में भोजन के टेबल दो हिस्से में बंट गए हैं. अगर कोई पिता धर्मनिरपेक्षता का पक्ष लेता है, तो बेटा उसे पाकिस्तान समर्थक बता देता है.
ममता न तो अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के आरोपों-अफवाहों पर लगाम कस पा रही हैं और न ही बहुसंख्यक उग्रता पर. आखिर सांप्रदायिकता को रोकने में बहुसंख्यक वोटों की सरकारों की तरह अल्पसंख्यक वोटों की सरकारें भी क्यों लाचार नज़र आती हैं?
दंगा संबंधी मामलों की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए फर्ज़ी लेकिन भड़काऊ वीडियो के मामले में भाजपा विधायक संगीत सोम को क्लीन चिट दे दी है.