69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में विवेक अग्निहोत्री की विवादास्पद फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को राष्ट्रीय एकता पर बनी सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का नरगिस दत्त पुरस्कार देने की जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने आलोचना की है. वर्ष 2021 के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में ‘आरआरआर’ ने छह और ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ ने पांच पुरस्कार अपने नाम किए है.
एक कार्यक्रम में ‘केजीएफ’ फिल्म के अभिनेता यश ने कहा कि 10 साल पहले दक्षिण की डब फिल्में उत्तर भारत में लोकप्रिय हुईं, लेकिन लोग इनका मज़ाक उड़ाते थे. ख़राब गुणवत्ता वाली डबिंग की जाती थी और इन्हें मज़ाकिया नामों से बुरी तरीके से पेश किया जाता था. इस तरह इसकी शुरुआत हुई और आख़िरकार लोग उसी से जुड़ गए.
बीते दिनों कन्नड अभिनेता किचा सुदीप द्वारा हिंदी को राष्ट्रभाषा कहने के संबंध में एक बयान दिया था, जिस पर बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन ने पटलवार करते हुए कहा था कि हिंदी हमारी मातृभाषा और राष्ट्रीय भाषा थी, है और हमेशा रहेगी. हिंदी फिल्मों की तुलना में दक्षिण की ‘केजीएफ चैप्टर 2’ और ‘आरआरआर’ जैसी फिल्मों की सफलता ने हिंदी बनाम अन्य की बहस को फिर से तेज़ कर दिया है.
साल 1989 का एक वाकया सुनाते हुए तेलुगू अभिनेता चिरंजीवी ने बताया कि उनकी फिल्म ‘रुद्रवीणी’ को नरगिस दत्त सम्मान देने के लिए दिल्ली बुलाया गया था. उन्होंने कहा कि इससे पहले हुए एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय सिनेमा के इतिहास को चित्रित करने वाली एक दीवार पर हिंदी सिनेमा की जानकारी भरी हुई थी, लेकिन दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग के बारे में बहुत ही कम जानकारी दी गई थी.
हिंदी फिल्मों की तुलना में दक्षिण भारतीय फिल्मों को मिली जबरदस्त सफलता के संदर्भ में कन्नड अभिनेता किचा सुदीप ने कहा है कि आज हम ऐसी फिल्में बना रहे हैं, जो वैश्विक स्तर पर नाम कमा रही हैं. उनका बयान ऐसे समय आया है, जब हाल में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि सरकार चलाने का माध्यम राजभाषा है और इससे निश्चित रूप से हिंदी का महत्व बढ़ेगा. समय आ गया है कि राजभाषा को देश की एकता