क्या यूक्रेन से लौटकर आए छात्रों को नेताओं द्वारा चुनाव प्रचार सामग्री में बदल दिया गया

क्या वे छात्र संस्कारहीन हैं जो हवाई अड्डे पर छवि निर्माण को तैनात मंत्रियों की अनदेखी करते निकले जा रहे थे? क्या वह छात्र बदतमीज़ है जिसने मंत्री द्वारा दिया फूल परे पटक दिया और पूछा कि यह किस काम का? क्या वे छात्र इनसे अधिक सभ्य हैं जो अपने होठों पर मुस्कान चिपकाकर भाजपा नेताओं का झूठ सुनते रहे? जिन्होंने बाहर निकलकर कहा कि वे मजबूर थे क्योंकि उन्हें नेता के सामने सिर्फ पॉज़िटिव बात करने को कहा गया

रूस-यूक्रेन युद्ध: सूमी से भारतीय छात्रों को निकाला गया, 20 लाख से अधिक यूक्रेनियों ने देश छोड़ा

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने युद्ध के दौरान सुरक्षित निकासी की कोशिश कर रहे यूक्रेनी नागरिकों के लिए मानवीय गलियारों के विस्तार और रेड क्रॉस से अधिक सहयोग का आह्वान किया है. वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि सूमी शहर से सभी भारतीय छात्रों को निकाल लिया गया है और वे सभी बसों के ज़रिये पोलतावा शहर के लिए रवाना हो गए हैं.

रूस-यूक्रेन युद्ध: रूस ने यूक्रेनी नागरिकों की निकासी के लिए कई शहरों में संघर्ष विराम की घोषणा की

रूस ने यूक्रेनी नागरिकों की निकासी के लिए राजधानी कीव, दक्षिणी बंदरगाह शहर मारियुपोल, यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव और सूमी में संघर्ष विराम के साथ मानवीय गलियारों को खोलने की घोषणा की है. इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अगर कीव 'शत्रुतापूर्ण कार्रवाई' बंद कर दें तो मॉस्को के हमलों को रोका जा सकता है.

क्या यूक्रेन में भारतीय छात्र की मौत के लिए सरकारी लापरवाही ज़िम्मेदार है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी रैली में कहा कि दुनिया भर में मानवता की रक्षा के लिए देश का, यानी उसकी सरकार का, मज़बूत होना ज़रूरी है. लेकिन अपनी जिस सरकार को समर्थ व मज़बूत मानकर वे यह बात कर रहे थे, वह मानवता की तो क्या, अपने छात्रों की रक्षा भी नहीं कर पा रही.

गंगा का पानी सिर के ऊपर से निकलने लगा तब शुरू हुआ ‘ऑपरेशन गंगा’: यशवंत सिन्हा

रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला किए जाने के संदर्भ में एक साक्षात्कार के दौरान पूर्व विदेश मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि अगर इसी तरह ज़्यादा शक्तिशाली देश, दूसरे देश के ऊपर आक्रमण करें तो कल चीन को भी यह मौका मिलेगा कि वह ताइवान के ऊपर हमला करे या हमारे यहां लद्दाख और अरुणाचल में.

यूक्रेन संकट: रूस पर बाइडन के प्रतिबंध से बढ़ने वाली महंगाई को लेकर भारत को सचेत रहना होगा

रूस पर अमेरिकी प्रतिबंध अगर दो तिमाही तक भी चलते हैं, तो मुद्रास्फीतिकारी ताक़तें नियंत्रण से बाहर चली जाएंगी. अगर वैश्विक निवेशक अमेरिकी ट्रेज़री बॉन्ड की सुरक्षा की ओर भागेंगे, तो रुपये की विनिमय दर में भी तेज़ गिरावट आएगी.

रूस-यूक्रेन युद्ध: रूस ने दो यूक्रेनी क्षेत्रों में संघर्ष विराम की घोषणा की, उल्लंघन के आरोप

रूस के रक्षा अधिकारियों ने यूक्रेन के दो शहरों- मारियूपोल और वोलनोवाखा में अस्थायी तौर पर संघर्ष विराम की घोषणा की है, ताकि लोगों को वहां से निकाला जा सके. हालांकि एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि शनिवार को भी इन इलाकों में गोलाबारी जारी रही. उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि रूस का यह हमला यूरोप और वैश्विक शांति पर हमला है.

रूस-यूक्रेन युद्ध: यूक्रेन में यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र पर गोलाबारी के बाद रूस का कब्ज़ा

यूक्रेन के सरकारी परमाणु नियामक ने बताया कि एनेर्होदार शहर में स्थित जपोरिजिया संयंत्र पर रूसी हमले के बाद विकिरण के स्तर में अब तक कोई बदलाव नहीं आया है. इस बीच रूस के साथ वार्ता कर रहे यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य ने कहा कि दोनों पक्ष नागरिकों को निकालने तथा मानवीय मदद देने के लिए सुरक्षित गलियारे बनाने के अस्थायी समझौते पर पहुंच गए हैं.

यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालना सरकार का कर्तव्य है, कोई एहसान नहीं: राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बयान ऐसे समय आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिकित्सा शिक्षा के लिए बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों के विदेश जाने के लिए पिछली सरकारों को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा कि उनकी सरकार देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाने पर काम कर रही है, ताकि छात्र देश में ही मेडिकल शिक्षा पा सकें.

भारतीय समाज की आत्मा तक क्षुद्रता की गलाज़त में सन गई है

जो दुख में है, पीड़ित है, उसी की खिल्ली उड़ाने का नया रिवाज इस देश में चल पड़ा है. इसे क्या मात्र क्षुद्रता कहा जाए? या यह बड़ा चारित्रिक पतन है? हर कुछ रोज़ पर इस क्षुद्रता का एक नया नमूना देखने को मिलता है. अभी यूक्रेन पर रूसी हमले के समय यह फिर उभर आई है.

निजी मेडिकल कॉलेज में घूसखोरी से विद्यार्थी विदेश जाने को मजबूर: यूक्रेन में मृत छात्र के पिता

युद्धग्रस्त यूक्रेन के खारकीव शहर में रूसी सेना की गोलीबारी में मृत कर्नाटक के छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर के पिता ने कहा कि भारत की शिक्षा प्रणाली और जातिवाद के कारण उन्हें यहां सीट नहीं मिल सकी, जबकि वह मेधावी छात्र थे. उन्होंने आरोप लगाया कि यहां एक मेडिकल सीट हासिल करने के लिए एक करोड़ से दो करोड़ रुपये तक घूस देने पड़ते हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह देखने की अपील की कि निजी संस्थानों में भी

रूस-यूक्रेन युद्ध: रूस ने कहा- बातचीत को तैयार पर यूक्रेनी सेना को निशाना बनाना बंद नहीं करेंगे

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि वे यूक्रेन में लड़ाई ख़त्म करने के लिए बातचीत को तैयार हैं, पर यूक्रेन के सैन्य ढांचे को नष्ट करने के प्रयास जारी रखेंगे. यूक्रेनी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि रूसी बलों ने काला सागर बंदरगाह में स्थानीय सरकारी मुख्यालय पर कब्ज़ा कर लिया है. इस बीच विश्व बैंक ने रूस व बेलारूस में सभी परियोजनाएं तत्काल प्रभाव से रोक दी हैं.

यूक्रेन संकट: ‘युद्ध को वे दिव्य कहते हैं जिन्होंने, युद्ध की ज्वाला कभी जानी नहीं है’

आज के मनुष्य ने मछलियों की तरह जल में तैरना और पक्षियों की तरह आसमान में उड़ना भले सीख लिया है, मनुष्य की तरह धरती पर चलना उसे अभी सीखना है. मनुष्य की तरह धरती पर चलना न सीख पाने के ही कारण उसकी बार-बार की जाने वाली शांति की क़वायदें भी युद्ध की क़वायदों में बदल जाती हैं.

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच वापस आए भारतीय छात्र, अब भारत की आगे की रणनीति क्या?

वीडियो: रूस के अपने पड़ोसी देश यूक्रेन पर हमला बोलने के बाद पिछले कई दिनों से दोनों देशों के बीच युद्ध जारी है. यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को भी हर दिन विमानों के ज़रिये वापस लाया जा रहा है. भारत लौटे छात्रों से द वायर की बातचीत.

रूस-यूक्रेन युद्ध: रूसी विदेश मंत्री बोले- तीसरा विश्व युद्ध विनाशकारी परमाणु युद्ध होगा

रूसी सेनाओं ने यूक्रेन के शहरी इलाकों पर निशाना साधा है, जहां कीव के टीवी टावर और यूक्रेन में यहूदी नरसंहार के मुख्य स्मारक समेत अन्य असैन्य स्थलों को निशाना बनाते हुए हमले किए गए हैं. उधर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि पुतिन जैसे ‘तानाशाह’ दूसरे देश पर आक्रमण की क़ीमत चुकाएंगे. वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय ने सभी भारतीयों से तत्काल खारकीव छोड़ने को कहा है.