कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के पास नंदी पहाड़ियों में सद्गुरु के ईशा फाउंडेशन द्वारा 15 जनवरी को आदियोगी शिव की प्रतिमा का अनावरण किया जाना था. याचिका में आरोप लगाया गया है कि पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील इलाके में एक वाणिज्यिक उद्यम स्थापित किया जा रहा है और सरकार ने इस उद्देश्य के लिए अवैध रूप से भूमि आवंटित की है.
बीते दिनों तूतीकोरिन में हुई हिंसा का केंद्र रहे वेदांता समूह के स्टरलाइट कॉपर प्लांट को बंद किए जाने पर बाबा रामदेव और सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने निराशा ज़ाहिर की है.