यह घटना 21 सितंबर की देर रात बीदर ज़िले के बसवाकल्याण तालुक के धन्नूर में हुई और शुक्रवार सुबह सामने आई. अधिकारियों ने बताया कि अज्ञात लोगों ने मस्जिद के ऊपर भगवा झंडा फहराकर शांति भंग करने की कोशिश की थी. पुलिस ने झंडा हटा दिया और एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को तलाश रही है.
भारतीय जनता पार्टी के नेता अब खुलकर रामनवमी में हिंसा का उकसावा कर रहे हैं. और वे सरकारों में हैं. उन्होंने इसे हिंदुत्व के लिए गोलबंदी का ज़रिया बना लिया है. अब रामनवमी उन राज्यों में भी मनाई जाने लगी है जहां इसका रिवाज न था.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा भाजपा ने पहले राम का नाम लेकर, उनकी जन्मभूमि को आधार बनाकर अपनी पकड़ मजबूत की, और फिर राजनीतिक सत्ता पाई. अब रामनवमी उसी सत्ता का शक्ति-प्रदर्शन मात्र बनकर रह गई है.
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ ज़िले के सारंगढ़ क़स्बे में स्थित गिरि विलास महल में छत पर लगे ध्वज के पोल से बीते रविवार को रियासतकालीन आदिवासी ध्वज की जगह भगवा झंडा लगा हुआ मिला था. सारंगढ़ राजपरिवार का कांग्रेस से पुराना नाता है. शाही परिवार की सदस्य कुलिशा मिश्रा ने आरोप लगाया कि ये आदिवासियों के ख़िलाफ़, उनकी संस्कृति को मिटाने का प्रयास है.
गुजरात के गिर सोमनाथ ज़िले के वेरावल क़स्बे का मामला. पुलिस ने बताया कि हनुमान जयंती पर बिना अनुमति के शोभा यात्रा निकाली गई थी. इस संबंध में दो एफ़आईआर दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र के अमरावती ज़िले के अचलपुर शहर में धार्मिक झंडे हटाने को लेकर दो समुदायों के बीच झड़प हो गई थी जिसके बाद यहां कर्फ्यू लगा दिया गया.
हिंदू सेना प्रमुख विष्णु गुप्ता ने बताया कि संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने भगवा जेएनयू के पोस्टर लगाए थे. वॉट्सऐप पर वायरल कथित वीडियो में गुप्ता को कहते सुना जा सकता है कि जेएनयू परिसर में 'भगवा का नियमित अपमान किया जा रहा है. हमारी चेतावनी है कि आप सुधर जाइए. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.'
बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में रामनवमी के मौके पर एक शख़्स द्वारा मस्जिद की दीवार पर चढ़कर उसके गेट के ऊपर भगवा झंडा लगाए जाने का मामला सामने आया है. घटना से संबंधित वीडियो में तलवार और हॉकी स्टिक लहराते कई बाइक सवारों को इस शख़्स का उत्साहवर्धन करते देखा जा सकता है.
कर्नाटक के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नेता कल्लडका प्रभाकर भट्ट ने मेंगलुरु के बाहरी इलाके कुट्टर में विश्व हिंदू परिषद की कर्णिका कोरगज्जा धर्मस्थल द्वारा हिंदू एकता के लिए आयोजित विशाल पदयात्रा के दौरान कहा कि अगर हिंदू समाज एक साथ आता है तो ऐसा हो सकता है.
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले का मामला. बुधवार दोपहर धम्म यात्रा के दौरान बौद्ध अनुयायियों में शामिल कुछ अराजक तत्व संकिसा बौद्ध तीर्थ क्षेत्र में विवादित टीले पर स्थित बिसारी देवी मंदिर पर चढ़े और वहां लगा भगवा झंडा नीचे फेंककर उस पर पंचशील ध्वज लगा दिया.