उन्नीस नवंबर को याचिका दायर हुई, उन्नीस को ही अदालत ने सर्वे की अनुमति दे दी. उसी दिन सर्वे भी हो गया. जामा मस्जिद का पहला सर्वे रात के अंधेरे में हुआ, तो दूसरा एकदम सुबह हो गया. जो आधिकारिक प्रक्रिया दिन की रौशनी में आराम से पूरी हो सकती थी, उसे बेवक्त अंजाम दिया गया. ऐसा कब होता है कि किसी ऐतिहासिक इमारत का सर्वे पहले अंधेरे में हो, और उसके बाद सुबह जब लोग अमूमन दुकान भी नहीं
यूपी सरकार ने रिटायर्ड जज की अध्यक्षता वाले एक न्यायिक आयोग को संभल हिंसा की जांच का ज़िम्मा सौंपा है. विपक्षी दल के नेता इस जांच की अचानक घोषणा के सरकार के फैसले को संदेह की नज़र से देख रहे हैं, वहीं आयोग की शर्तें और संदर्भ भी कई सवाल उठाते हैं.
उत्तर प्रदेश में प्रयागराज ज़िले के फूलपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता को किसी दल या प्रत्याशी से 'वफादारी' निभाने के बजाय चुनावी रोटियों को उलटते-पलटते रहने की आदत है और उनकी इस आदत से इस सीट पर होने जा रहे उपचुनाव में प्रायः सारे प्रतिद्वंद्वी पक्ष डरे हुए हैं.
आंबेडकर नगर ज़िले के कटेहरी विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ख़ुद उपचुनाव की कमान संभाल रखी है, जिससे उत्साहित उनके समर्थक दावा कर रहे हैं कि इस बार सपा-बसपा आपस में लड़ती रह जाएंगी और वे ‘क से कटेहरी, क से कमल’ कर दिखाएंगे.
उत्तर प्रदेश में अयोध्या ज़िले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के आसन्न उपचुनाव में भदरसा कस्बे की एक नाबालिग से कथित गैंगरेप के मामले को दूसरे चुनावी मुद्दों पर हावी करने की कोशिशें ख़त्म होने को ही नहीं आ रहीं, जबकि भदरसा मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा भी नहीं है.
मामला साल 2001 का है. सुल्तानपुर में पूर्व समाजवादी पार्टी विधायक अनूप संडा के नेतृत्व में एक विरोध प्रदर्शन किया गया था, जिसमें संजय सिंह समेत पूर्व पार्षद कमल श्रीवास्तव, विजय कुमार, संतोष और सुभाष चौधरी शामिल हुए थे. इन चारों के ख़िलाफ़ भी अदालत में मामला चल रहा है.
भाजपा के पूर्व विधायक और इलाहाबाद के प्रभावशाली नेता उदयभान करवरिया और उनके दो भाइयों को को 2019 में सपा के पूर्व विधायक जवाहर यादव की हत्या के लिए दोषी क़रार दिया गया था. उनकी समय-पूर्व रिहाई के कारणों में पुलिस और डीएम ने उनके 'अच्छे बर्ताव' का हवाला दिया है.
राजधानियों में बैठे विश्लेषकों और वाचाल एंकरों के लिए गांव की भाषा व राजनीतिक मुहावरे पहले भी अबूझ रहे हैं और इस बार भी अबूझ रहे. वे न इन आवाजों को सुन पाए, न समझ पाए.
भारतीय जनता पार्टी ने बलिया से वीरेंद्र सिंह मस्त का टिकट काटकर पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर को टिकट दिया है. नीरज शेखर 2014 का लोकसभा चुनाव सपा के टिकट पर लड़े थे, पर भाजपा प्रत्याशी भरत सिंह से हार गए थे. उनका सामना इस बार सपा के सनातन पांडेय से है.
उत्तर प्रदेश के आखिरी चरण में 1 जून को 13 लोकसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. ये सभी सीटें पूर्वांचल क्षेत्र की हैं, जहां पिछले चुनाव में भाजपा की स्थिति मज़बूत थी. हालांकि, इस बार तस्वीर थोड़ी अलग नज़र आ रही है.
उत्तर प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से कोई साल ऐसा नहीं गुज़रा जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक न हुए हों. शुरूआत 2017 में यूपी आरक्षी परीक्षा का पेपर लीक होने से हुई थी, जिसमें 1.20 लाख आवेदक शामिल हुए थे.
बस्ती मंडल के तीन लोकसभा क्षेत्रों- बस्ती, संत कबीर नगर और डुमरियागंज में पिछले दोनों लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी जीती है. हालांकि, इस बार समाजवादी पार्टी ने उसे दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यकों की लामबंदी करके घेरा है.
फर्रुखाबाद लोकसभा सीट के लिए तीसरे चरण में 13 मई को मतदान हुआ था. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में नाबालिग युवक कई बार भाजपा उम्मीदवार और मौजूदा सांसद मुकेश राजपूत के लिए ईवीएम पर मतदान करते देखा जा सकता है.
सोमवार (13 मई) को लोकसभा चुनावों के चौथे चरण के मतदान में 10 राज्यों की 96 सीटों पर वोट डाले गए. इस दौरान चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाने वाले कई वाकये सामने आए.
लोकसभा चुनाव: मुस्लिम मतदाताओं को परेशान करने का आरोप, विपक्ष ने कहा- भाजपा मतदान प्रभावित कर रही है
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी से लेकर गुजरात में कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर मतदान प्रभावित करने का आरोप लगाया है. सपा का कहना है कि यूपी के संभल समेत कई क्षेत्रों में मुस्लिम मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया या उनके साथ बदसलूकी की गई.