तेलंगाना: मैनहोल की सफाई के दौरान दम घुटने से तीन श्रमिकों की मौत

हैदराबाद के पुराना पुल मेन रोड पर बंद मैनहोल की सफाई के दौरान ज़हरीली गैस की चपेट में आने से तीन श्रमिकों की मौत हो गई. मृतकों को अयप्पा इंफ्रा कॉन्ट्रैक्ट एजेंसी द्वारा दिहाड़ी मजदूरी पर काम पर रखा गया था, जिसके ख़िलाफ़ पुलिस ने ग़ैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है.

कर्नाटक: स्कूल में दलित छात्रों से सेप्टिक टैंक साफ कराया गया, प्रिंसिपल निलंबित

कोलार ज़िले के यलुवहल्ली में मोरारजी देसाई आवासीय विद्यालय में कथित तौर पर सातवीं से नवीं कक्षा के पांच-छह छात्रों को प्रिंसिपल और एक शिक्षक की उपस्थिति में सेप्टिक टैंक में उतरकर इसे साफ करने के लिए मजबूर किया गया. अब प्रिंसिपल समेत पांच स्टाफ सदस्यों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की गई है. 

तमिलनाडु: सैन्य कपड़ा फैक्ट्री क्वार्टर में सीवेज मैनहोल में दम घुटने से दो लोगों की मौत

तमिलनाडु के अवाडी में ऑर्डिनेंस क्लॉथ फैक्ट्री (ओसीएफ) क्वार्टर में सीवेज चेंबर में सीवेज में रुकावट आने पर एक निजी ठेकेदार को काम पर रखा गया था. उनके बुलाए दो लोगों ने जब मैनहोल का ढक्कन खोला तब ज़हरीली गैस की चपेट में आकर दम घुटने से उनकी जान चली गई.

उत्तर प्रदेश: सेप्टिक टैंक में गिरने से चार लोगों की मौत

घटना कुशीनगर ज़िले की है, जहां सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान एक व्यक्ति अंदर फंस गए थे. उन्हें बचाने चार लोग गए और वे भी फंस गए. बताया गया है कि पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर पांचों को बाहर निकाला. इनमें से चार की मौत हो गई और एक गंभीर अवस्था में इलाजरत हैं.

पंजाब: मीट प्लांट में टैंक की सफाई के दौरान चार मज़दूरों की मौत

पंजाब के डेरा बस्सी में एक फेडरल मीट प्लांट में ग्रीस टैंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस की चपेट में आने से एक नेपाली समेत चार मजदूरों की मौत हो गई. घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. पुलिस ने मीट फैक्ट्री के प्रबंधन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है. एक अन्य घटना में सीवर की सफाई के दौरान एक मजदूर की दम घुटने से मौत हो गई.

हरियाणा: सेप्टिक टैंक की ज़हरीली गैस की चपेट में आकर चार लोगों की मौत

घटना बहादुरगढ़ ज़िले के झकोड़ा गांव की है. इस हादसे में मकान के मालिक समेत एक राजमिस्त्री और दो मज़दूरों की मौत हुई है. पुलिस ने आईपीसी की धारा 304ए (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज किया है.

सरकार ने बताया- साल 2018 से 2022 तक 308 लोगों की मौत सीवर सफाई के दौरान हुई

एक सवाल के जवाब में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले ने राज्यसभा को सूचित किया कि इन 308 लोगों में से सबसे अधिक 52 मौतें तमिलनाडु में हुईं. इसके बाद उत्तर प्रदेश में 46 और हरियाणा में 40 लोगों की मौत सीवर सफाई के दौरान दर्ज की गई हैं.

कानपुर में सेप्टिक टैंक में उतरे तीन और गुड़गांव में दो लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश के कानपुर ज़िले के चौबेपुर क्षेत्र में एक सेप्टिक टैंक की शटरिंग हटाते वक़्त ज़हरीली गैस के संपर्क में आने से तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं, हरियाणा के गुड़गांव में एक घर के सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से एक सफाई कर्मचारी और एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई.

महाराष्ट्र और तमिलनाडु में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान में छह श्रमिकों की मौत

महाराष्ट्र में पुणे शहर के वाघोली इलाके में एक हाउसिंग सोसाइटी की जल निकासी चैंबर एवं सेप्टिक टैंक में काम करने के दौरान तीन मज़दूरों की मौत हो गई. वहीं, तमिलनाडु के श्रीपेरुम्बदूर स्थित एक रिज़ॉर्ट का सेप्टिक टैंक साफ करने के दौरान तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई.

झारखंड: कुएं की सफाई के दौरान ज़हरीली गैस रिसने से चार मज़दूरों की मौत

गिरिडीह ज़िले के देवरी थानाक्षेत्र की घटना है. पुलिस ने बताया कि बरबाबाद गांव में एक गहरे कुंए की सफाई की जा रही थी, तभी ज़हरीली गैस के रिसाव से वहां काम कर रहे सभी चार मज़दूर बेहोश हो गए. तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

महाराष्ट्र: चंद्रपुर में सीवेज टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से तीन श्रमिकों की मौत

चंद्रपुर ज़िले के शस्ती-धोपाटला कस्बे में एक भूमिगत सीवेज टैंक की सफाई के दौरान वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के तीन संविदाकर्मियों की दम घुटने से मौत हो गई और दो बीमार हैं. वहीं, बिहार के पूर्वी चंपारण ज़िले के मधुबन थानाक्षेत्र में शौचालय की टंकी में दम घुटने से दो मज़दूरों की मौत हुई और दो की हालत गंभीर है. वहीं, ग़ाज़ियाबाद में निर्माणाधीन सीवर के ढांचे की दीवार गिरने से तीन मज़दूरों की मौत हो गई.

गुजरात: सूरत में सीवर की सफाई के दौरान दो सफाईकर्मियों की मौत

घटना सूरत ज़िले के चलथाण क्षेत्र की एक रिहायशी इमारत में हुई. पुलिस ने बताया कि मंगलवार शाम को सीवर में जाने के कुछ मिनट बाद ही ज़हरीली गैस के चलते दोनों बेहोश हो गए. स्थानीय लोग उन्हें बाहर निकालकर अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

महाराष्ट्र: सेप्टिक टैंक में जान गंवाने वाले तीन श्रमिकों की पत्नियों ने जीती मुआवज़े की लड़ाई

दिसंबर 2019 में मुंबई के तीन श्रमिकों की सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान मौत के बाद उनकी पत्नियों ने अदालत से मुआवज़े और पुनर्वास की मांग की थी. बीते 17 सितंबर को बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को चार हफ्ते के भीतर ऐसा करने के निर्देश दिए हैं. यह निर्णय इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि राज्य में संभवतः यह पहली बार है जब निजी ठेके पर काम काम करते समय हुई मृत्यु के मुआवज़े के मामले में सरकार को ज़िम्मेदार

दिल्ली: नरेला में सीवर सफ़ाई के दौरान कर्मचारी की मौत का ज़िम्मेदार कौन?

वीडियो: दिल्ली के नरेला में सीवर की सफ़ाई के दौरान बिजेंद्र की मौत हो जाती है. उस वक़्त बिजेंद्र डीडीए के सीवर की सफ़ाई कर रहे थे. बिजेंद्र के परिवार में अब बस उनकी तीन बेटियां ही रह गई हैं. अभी तक किसी प्रकार की सरकारी मदद उनकी बेटियों तक नहीं पहुंची है.

गुजरात: सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान ज़हरीली गैस से दम घुटने से दो की मौत

गुजरात के भरूच ज़िले का मामला है. तीन श्रमिक टैंक के अंदर द्रव से ठोस अपशिष्ट अलग कर रहे थे, तब यह घटना घटी. वे ज़हरीली गैस के कारण अचानक बेहोश हो गए.

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