केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2021-22 और 2022-23 के बीच कर्नाटक, दिल्ली, पंजाब, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, बिहार और हरियाणा सहित दर्जनभर से अधिक राज्यों में लिंग अनुपात में गिरावट देखी गई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गिरते लिंगानुपात को रोकने के लिए 2015 में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम शुरू करने के बाद हरियाणा के लिंगनुपात में लगातार सुधार देखा गया था, लेकिन 2022 की तुलना में इस साल जनवरी और मई के बीच जन्म के समय लिंगानुपात में 11 अंक की गिरावट दर्ज की गई है.