विश्व कप क्रिकेट के फाइनल के सुपर ओवर में मैच टाई रहने पर न्यूजीलैंड के खिलाफ इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया गया था. हालांकि, दुनियाभर के मौजूदा और पूर्व क्रिकेटरों ने चौके छक्के गिनकर विश्व कप विजेता का निर्धारण करने वाले आईसीसी के ‘हास्यास्पद’ नियम की जमकर आलोचना की थी.
विश्वकप क्रिकेट फाइनल के आखिरी ओवर में फेंके गए ओवरथ्रो पर अंपायर कुमार धर्मसेना ने छह रन दिया था. इस फैसले को पूर्व अंपायर साइमन टफेल समेत कई विशेषज्ञों ने गलत बताया था.
2019 में क्रिकेट के इतिहास में पहली बार बाउंड्री की गणना के आधार पर विश्वकप विजेता की घोषणा की गई, जिसके बाद से आईसीसी के नियमों की आलोचना हो रही है.
विश्वकप क्रिकेट फाइनल में इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड का मैच और सुपरओवर दोनों टाई हो गया था. तब आईआईसी ने नए नियमों के तहत पूरी पारी और सुपरओवर में लगाए गए चौके-छक्के की संख्या के आधार पर इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया. आईसीसी के इस फैसले की भी आलोचना हुई थी.