26 अक्टूबर 2015 को तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के हस्तक्षेप के बाद देश लौटी गीता को इंदौर के एक एनजीओ में भेज दिया गया था. पिछले पांच सालों में बीस से ज्यादा परिवार गीता को अपनी बेटी बता चुके हैं, लेकिन सरकार की जांच में किसी भी परिवार का दावा वैज्ञानिक रूप से साबित नहीं हो सका है.