समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म ख़ान पर आरोप था कि उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान एक जनसभा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रामपुर के तत्कालीन ज़िला मजिस्ट्रेट के ख़िलाफ़ भड़काऊ भाषण दिया था. पिछले छह महीने में यह तीसरा मामला है, जिसमें आज़म ख़ान को सज़ा हुई है.
बीते 13 जून को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में बुज़ुर्ग अब्दुल समद सैफ़ी ने ग़ाज़ियाबाद के लोनी इलाके में चार लोगों पर उन्हें मारने, उनकी दाढ़ी काटने और उन्हें ‘जय श्रीराम’ बोलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था. सपा नेता नेता उम्मेद पहलवान इदरीसी बुजु़र्ग के साथ एक फेसबुक लाइव किया था, जिसके बाद भड़काऊ बयान देने और धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में उन्हें गिरफ़्तार किया गया था.
बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में मुस्लिम बुज़ुर्ग अब्दुल समद सैफी ने गाज़ियाबाद के लोनी इलाके में चार लोगों पर उन्हें मारने, दाढ़ी काटने और ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था. इसके बाद सपा नेता उम्मेद पहलवान इदरीसी ने उनके साथ फेसबुक लाइव किया था.
इलाहाबाद में समाजवादी युवजन सभा के नेता ने कई जगहों पर भाजपा के पूर्व और मौजूदा नेताओं चिन्मयानंद, कुलदीप सिंह सेंगर और श्याम कृष्ण द्विवेदी के पोस्टर्स लगाए हैं. सपा नेता का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलात्कारियों के पोस्टर्स शहरों में लगाने की बात कही थी, इसलिए उन्होंने ऐसा किया.
रिज़वाना द वायर समेत विभिन्न मीडिया वेबसाइट के लिए काम किया करती थीं. उनके द्वारा लिखे एक नोट के आधार पर उनके पिता ने शमीम नोमानी नाम के शख़्स के ख़िलाफ़ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करवाया है.
बेनी प्रसाद वर्मा 79 साल के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे. वर्मा समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य थे.
अलीगढ़ के अपर कोट क्षेत्र में रविवार को महिलाओं को पुलिस द्वारा नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करने की अनुमति न देने की बात कहकर रोकने के कोशिश की गई जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई. हिंसा के बाद क्षेत्र में सोमवार आधी रात तक इंटरनेट बंद कर दिया गया है.
गोरक्षा के नाम पर हो रही हत्याओं पर सपा नेता ने कहा कि अत्याचार और उत्पीड़न की शुरुआत परिवार से होती है.