उमर ख़ालिद के भाषण को लेकर कोर्ट ने पूछा- क्या प्रधानमंत्री के लिए ‘जुमला’ शब्द का प्रयोग उचित

उमर ख़ालिद ने फरवरी 2020 में महाराष्ट्र के अमरावती में दिए गए भाषण में मोदी सरकार की आलोचना की थी, जिसके ख़िलाफ़ दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि आलोचना के लिए भी एक लक्ष्मण रेखा होनी चाहिए.