पुणे की जोग महाराज व्यायामशाला को भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) द्वारा अपने अधिकार में लेने के बावजूद लगभग पांच वर्षों से कोई कोच नहीं मिला है. महाराष्ट्र राज्य कुश्ती संघ ने 'मिशन ओलंपिक' 2020 और 2024 के लिए महिला पहलवानों की ट्रेनिंग के लिए इसे राज्य के मुख्य केंद्र के तौर पर मान्यता दी थी.
जंतर-मंतर पर पदक विजेता पहलवानों के प्रदर्शन के बीच कुश्ती महासंघ से जुड़े एक फिज़ियोथेरेपिस्ट ने बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोपों का समर्थन करते हुए बताया कि साल 2014 में लखनऊ में आयोजित एक नेशनल कैंप में कुछ जूनियर खिलाड़ियों पर 'दबाव डाला गया और रात में बृजभूषण से मिलने को कहा गया था.'
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किए जाने को लेकर पहलवान एक बार फिर दिल्ली के जंतर मंतर पर धरने पर बैठ गए हैं. सिंह के ख़िलाफ़ आरोपों की जांच कर रही समिति की सदस्य बबीता फोगाट ने कहा है कि समिति ने एकतरफ़ा जांच की है.
वीडियो: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किए जाने को लेकर पहलवान एक बार फिर दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं. द वायर की टीम ने रात में यहां के हालात का जायज़ा लिया.
भारतीय खेल प्राधिकरण ने बताया कि स्लोवेनिया में उनके एक खेल शिविर के दौरान एक कोच द्वारा होटल में साइकिल खिलाड़ी के साथ अनुचित व्यवहार की शिकायत मिली है, जिसके बाद खिलाड़ी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें तुरंत भारत बुला लिया गया है. प्राधिकरण और भारतीय साइकिलिंग संघ ने आरोपों की जांच के लिए दो अलग-अलग समितियों का गठन किया है.
भारतीय खेल प्राधिकरण की 24 अलग-अलग इकाइयों में कई मामलों में आरोपियों को मामूली सजा देकर छोड़ दिया गया, जिसमें तबादलों से लेकर वेतन या पेंशन में मामूली कटौती तक की सजा हुई. वहीं, लगभग एक दर्जन शिकायतों की जांच सालों से चली आ रही है, जिसमें अभी तक कोई खास प्रगति नहीं हुई है.
24 अगस्त को भारतीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मानसी जोशी ने स्विटजरलैंड के बासेल शहर में विश्व पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप के महिला एकल के फाइनल मुकाबले में हमवतन पारुल परमार को हराया था. अलग-अलग प्रतियोगिताओं में भारतीय खिलाड़ियों ने जीते 12 पदक.
खेल मंत्रालय द्वारा धावक दुती चंद और क्रिकेटर हरभजन सिंह के नाम इसलिए ख़ारिज कर दिए गए क्योंकि संबंधित राज्य सरकारों ने पुरस्कार के लिए दोनों का नामांकन निर्धारित समयसीमा के अंदर नहीं भेजा था.
विशेष रिपोर्ट: झारखंड के सिमडेगा ज़िले के करंगागुड़ी गांव में बड़ी संख्या में हॉकी खिलाड़ी तैयार हो रहे हैं.
क्रिकेट में लाख अनियमितताओं के बावजूद खेल का स्तर बना रहा, जबकि अन्य खेल जो सरकार के अधीन रहे, वहां अनियमितताएं इस कदर हुईं कि खेल ही रसातल में चले गए.