घटना सीवान ज़िले की है. आरोप है कि गुरुवार को महावीरी अखाड़े के जुलूस के दौरान एक मस्जिद के पास सांप्रदायिक नारेबाज़ी की गई, जिसके बाद दो गुटों में पत्थरबाज़ी हुई और एक दुकान को आग लगा दी गई.
उत्तर प्रदेश के बरेली ज़िले के भोजीपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव में मोहर्रम का जुलूस निकालने के दौरान दो समुदायों के लोगों में डीजे बजाने को लेकर विवाद हो गया और दोनों पक्षों ने कथित रूप से एक-दूसरे पर पथराव किए. वहीं, वाराणसी के करधना गांव में ताजिया जुलूस ले जाने के समय दो समुदायों के बीच विवाद हो जाने पर जमकर लाठी-डंडे चलने के साथ ही पथराव हुआ.
उत्तर प्रदेश की आगरा पुलिस ने बताया कि ताजगंज क्षेत्र में एक निर्माणाधीन सड़क पर एक बाइक सवार ने रविवार शाम संतुलन खो दिया और ग़लती से एक राहगीर को टक्कर मार दी. दोनों के बीच बहस हुई जो दो समुदायों के बीच पथराव का कारण बन गई. इस सिलसिले में चार लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.
गुजरात के पंचमहल ज़िले के कालोल क़स्बे का मामला है. पुलिस ने बताया कि इलाके में हिंदू और मुसलमान, दोनों रहते हैं. दोनों ही समुदायों के कुछ सदस्य बारात का हिस्सा थे. दो लोगों के बीच किसी बात को लेकर हुई कहा-सुनी के बाद दोनों समुदायों के सदस्यों के बीच झड़प हो गई. दोनों समुदायों के लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की है.
वीडियो: उत्तराखंड के रूड़की ज़िले के दादा जलालपुर गांव में बीते 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के दिन निकली एक शोभायात्रा के दौरान पथराव हुआ था, जिसके परिणास्वरूप सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी. हिंसा प्रभावित लोगों से बातचीत.
उत्तराखंड के रुड़की ज़िले के दादा जलालपुर गांव में हनुमान जयंती के दिन 16 अप्रैल को निकली एक शोभायात्रा के दौरान पथराव हुआ था, जिसके परिणास्वरूप ज़्यादातर मुसलमानों को भगवानपुर क्षेत्र छोड़ना पड़ा. जो पीछे रह गए हैं, उनका कहना है कि वे लगातार डर के साये में जी रहे हैं.
बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष की 20 फरवरी की रात को डोड्डापेट थाना क्षेत्र में हत्या कर दी गई थी. उनके अंतिम संस्कार के दौरान हिंसा भड़क उठी थी और पत्थरबाज़ी एवं आगजनी की घटना हुई थी. पुलिस ने मामले के दस संदिग्धों पर यूएपीए लगाते हुए कहा है कि हत्या के पीछे किसी बड़ी साज़िश का संदेह है.
कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल के 28 वर्षीय एक कार्यकर्ता की हत्या के बाद अंतिम संस्कार के दौरान हिंसा भड़क उठी और पत्थरबाजी एवं आगजनी की घटना हुई, जिसमें एक फोटो पत्रकार और महिला पुलिसकर्मी समेत तीन लोग घायल हो गए. राज्य के भाजपा नेताओं ने हत्या की निंदा की है और इसमें कुछ इस्लामी संगठनों की भूमिका का आरोप लगाते हुए मामले की एनआईए से कराए जाने की मांग की है.
मध्य प्रदेश के राजगढ़ ज़िले के माचलपुर थाना क्षेत्र का मामला है. एक दलित व्यक्ति की शादी में डीजे बजाने, जुलूस निकालने को लेकर ग्रामीणों द्वारा घर पर हमला करके तोड़फोड़ की गई. पुलिस ने इस संबंध में 38 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है.
मध्य प्रदेश के सागर ज़िले के बंडा थाना क्षेत्र का मामला. परंपरा के ख़िलाफ़ एक दलित दूल्हे की बारात घोड़ी पर बैठाकर निकालने से नाराज़ गांव के एक वर्ग ने कथित रूप से उनके घर पर पथराव और तोड़फोड़ की थी. पुलिस ने बताया कि 20 लोगों के ख़िलाफ़ एसीटी/एससी अधिनियम और आईपीसी के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है.
राजस्थान पुलिस ने हाल ही में राज्य में दलित वर्ग के लोगों की बारात पर पथराव सहित कुछ घटनाएं सामने आने का बाद दिशानिर्देश जारी कर पुलिस अधिकारियों से कहा है कि वे इस प्रकार की घटनाओं को रोकने तथा ऐसी घटना के बाद क़ानूनी कार्रवाई करने के लिए विशेष सतर्कता बरतें.
मामला जयपुर के कोटपूतली क़स्बे का है. पुलिस ने बताया कि कुछ लोगों ने दलित दूल्हे के घोड़ी चढ़ने पर आपत्ति जताई थी. परिवार ने विवाह को लेकर पहले ही पुलिस को सूचना दी थी और इस दौरान पुलिस तैनात भी थी. इसके बावजूद बारात पर पत्थर फेंके गए. घटना को लेकर तीन अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की गई है.
बिहार के जहानाबाद का मामला. शराब की अवैध बिक्री के आरोप में गिरफ़्तार शख़्स की बीते 23 जुलाई को हिरासत में मौत हो गई थी. इससे नाराज़ स्थानीय लोगों ने जहानाबाद-अरवल राजमार्ग पर हिंसक प्रदर्शन किया. भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास में एक वाहन ने महिला कॉन्स्टेबल को टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई. इस संबंध में पांच लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.
मामला अलीगढ़ ज़िले के अकराबाद का है, जहां रविवार को पशुओं के लिए चारा लेने गई सोलह साल की किशोरी का शव देर शाम एक खेत में अर्द्धनग्नावस्था में पड़ा मिला. अंदेशा है कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ है. पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर हत्या व बलात्कार का मामला दर्ज किया है.
गुजरात के अरवल्ली ज़िले का मामला है. पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने बारात में शामिल दलित पुरुषों और महिलाओं के परंपरागत साफा पहनने पर आपत्ति जताई थी. राजपूत समुदाय के नौ लोगों के ख़िलाफ़ दंगा, हमला, आपराधिक धमकी देने और एससी/एसटी एक्ट के तहत के तहत मामला दर्ज किया गया है.