आईआईटी गुवाहाटी के शैक्षणिक मामलों के डीन ने 9 सितंबर को बीटेक के तीसरे वर्ष के एक छात्र की मौत के बाद कैंपस में छात्रों के विरोध के मद्देनज़र इस्तीफा दे दिया है. यह इस साल कैंपस में किसी छात्र की तीसरी और एक महीने में दूसरी मौत थी.
बीते 9 अगस्त को भी एक छात्रा अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाई गई थी. इससे पहले अप्रैल में भी एक छात्र को हॉस्टल के कमरे में मृत पाया गया था. वर्तमान घटना के संदर्भ में प्रदर्शन करने वाले छात्रों का कहना है कि मृत छात्र को कम उपस्थिति के चलते इंटर्नशिप से रोक दिया गया था.
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सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने संसद में बताया कि 2019 में छात्रों की आत्महत्या से मौत की 10,335 घटनाएं दर्ज की गईं, 2020 व 2021 में यह आंकड़ा क्रमशः 12,526 और 13,089 दर्ज किया गया. एससी और एसटी छात्रों द्वारा आत्महत्या की संख्या पर मंत्रालय ने कहा कि इसका डेटा उपलब्ध नहीं है.
अगस्त में शिक्षा मंत्रालय द्वारा घोषित न्यू करिकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) के अनुसार, बोर्ड परीक्षाएं साल में कम से कम दो बार आयोजित की जाएंगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि छात्रों के पास अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पर्याप्त अवसर हो. केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा है कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में साल में दो बार शामिल होना अनिवार्य नहीं होगा.