आरोप है कि अक्टूबर 2021 में टी-20 विश्व कप क्रिकेट मैच में पाकिस्तान से भारत के हारने पर आगरा में पढ़ रहे तीन कश्मीरी छात्रों ने पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाज़ी की थी. उनके ख़िलाफ़ राजद्रोह, साइबर आतंकवाद और सामाजिक द्वेष फैलाने की धाराओं में मुक़दमा दर्ज हुआ था. तब से वे जेल में बंद थे. 30 मार्च को उन्हें ज़मानत मिल गई थी, लेकिन कोई ज़मानतदाता न मिलने के चलते वे रिहा नहीं हो पा रहे थे.
जम्मू कश्मीर में भाजपा के वरिष्ठ नेता विक्रम रंधावा ने 24 अक्टूबर को भारत-पाकिस्तान के बीच टी-20 वर्ल्ड कप क्रिकेट मैच में पाक की जीत पर कथित तौर पर जश्न मना रहे कश्मीरी मुस्लिमों के ख़िलाफ़ हिंसा का आह्वान करते हुए नस्लवादी टिप्पणियां की थीं, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.
टी-20 विश्व कप क्रिकेट मैच में भारत के ख़िलाफ़ पाकिस्तान की जीत पर खुशी जताते हुए राजस्थान के उदयपुर में वॉट्सऐप पर संदेश पोस्ट करने वाली एक शिक्षक नफ़ीसा अटारी के अलावा उत्तर प्रदेश के आगरा में इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे तीन कश्मीरी छात्रों और जम्मू कश्मीर के सांबा में भी दो और लोगों को पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाज़ी करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है.
देश में भारत-पाकिस्तान का क्रिकेट मैच महज़ एक खेल की तरह नहीं, एक जंग की तरह देखा जाता है और खेलभावना को बाहर कर इसे अहं की लड़ाई बना दिया जाता है. इस बार जब भारत की हार हुई तो सोशल मीडिया पर इसका ठीकरा भारतीय टीम के सदस्य मोहम्मद शमी पर फोड़ा जाने लगा और पाकिस्तान की जीत पर कथित तौर पर 'खुश' होने के लिए कश्मीरी छात्रों को पीटे जाने की ख़बर आई.
राजस्थान के उदयपुर ज़िले का मामला. उदयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में कार्यरत शिक्षक नफ़ीसा अटारी को सेवा से निष्कासित भी कर दिया गया है. इसी तरह उत्तर प्रदेश के आगरा में टी-20 क्रिकेट विश्व कप मैच में भारत के ख़िलाफ़ पाकिस्तान की जीत पर कथित तौर पर ख़ुशी जाहिर करते हुए वॉट्सऐप स्टेटस पोस्ट करने के लिए कश्मीर के तीन इंजीनियरिंग छात्रों को एक कॉलेज से निलंबित कर दिया गया है.