भारत का एक चौथाई चाय उत्पादन पश्चिम बंगाल में होता है. यहां चाय पीने का पुराना रिवाज भी है. लेकिन अगर बंगाल के निवासियों को यह पेय इतना पसंद है तो इतने छोटे बर्तन में चाय क्यों पीते हैं? बंगनामा स्तंभ की पांचवीं क़िस्त.
प्रीमियम ट्रेनों में पहले नाश्ते, दोपहर के भोजन और शाम के जलपान की दर क्रमश: 105 रुपये, 185 रुपये और 90 रुपये थी, जबकि प्रत्येक भोजन के साथ 50 रुपये का अतिरिक्त शुल्क लगाया जाता था. हालांकि, यात्रियों को अब इन भोजन के लिए क्रमश: 155 रुपये, 235 रुपये और 140 रुपये का भुगतान करना होगा तथा भोजन की लागत में ही सेवा शुल्क जुड़ जाएगा.
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ताइवान और ईरान ने स्वीकार्य सीमा से अधिक कीटनाशकों की मौजूदगी के चलते भारत से भेजी गई चाय की खेप लेने से इनकार कर दिया. बीते हफ्ते निर्यात की गई चाय की गुणवत्ता पर उठे सवालों के बीच चाय बोर्ड ने सभी उत्पादकों और विक्रेताओं को एफएसएसएआई के गुणवत्ता मानकों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश जारी किए थे.