तीन साल पहले मई 2021 में चित्रकूट जेल में एक कथित गोलीबारी की घटना में तीन क़ैदियों की मौत हो गई थी, जिनमें एक कैराना में हिंदुओं के पलायन का आरोपी और दूसरा गैंगस्टर मुख़्तार अंसारी का सहयोगी था. दोनों को जिस तीसरे क़ैदी ने गोली मारी थी, उसे पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराने का दावा किया था. मृतकों के परिजनों ने घटना के पीछे साज़िश की आशंका जताई थी.
बीते हफ्ते यूपी के औरैया के एक जौहरी के बेटे का अपहरण कर लिया गया था, जिसका शव अगले दिन दिल्ली में मिला. अब यूपी पुलिस ने कहा है कि जब वह मामले के आठ आरोपियों को पकड़ने गई तो उन्होंने भागने की कोशिश की, जिसके बाद उसने उन पर गोली चलाई.