वाराणसी ज़िले में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित 18 ऐतिहासिक स्मारक हैं. संस्कृति मंत्रालय के अनुसार, 18 में से दो लापता हैं. हालांकि शहर में खोजने पर पांच स्मारकों का कोई ठिकाना नहीं मिलता और अन्य सात भी प्रशासनिक अनदेखी का शिकार हैं.
उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव भाजपा के व्यवसायिक हिंदू राष्ट्रवाद के मॉडल से आकर्षित लोगों और इस मॉडल से बाहर किए जा चुके लोगों के बीच की लड़ाई बन गया है.
आरोप है कि बिना प्रत्याशी के संज्ञान में लाए कथित तौर पर ईवीएम कहीं ले जाई जा रही थीं. सपा का कहना है कि यह सब भाजपा के इशारे पर चुनाव में धांधली करने के इरादे से किया जा रहा था. वहीं, निर्वाचन आयोग का कहना है कि ईवीएम प्रशिक्षण के लिए ले जाई जा रही थीं, जिन्हें कुछ राजनीतिक लोगों ने रोककर चुनाव में प्रयुक्त ईवीएम कहकर अफ़वाह फैलाई.
वीडियो: पिछले कई सालों से उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर ज़िले के एक गांव के लोग तिल- तिलकर मरने को मजबूर हैं. इस गांव का नाम सोनपुर है. ये गांव कई पहाड़ियों से घिरा हुआ है और इन पहाड़ियों से निकलता है गुलाबी पत्थर. बीते तीन दशक से यहां जारी खनन के कारण ग्रामीण दमा, फेफड़े और सांस संबंधी कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं.
वीडियो: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘बुलडोज़र ब्रांडिंग’, उनके चुनावी अभियान और राजनीति पर चर्चा कर रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान.
वीडियो: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा आईटी सेट के पूर्व प्रमुख ऋषि से द वायर की आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
वीडियो: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव को निशाना बनाने वाली भाजपा और योगी सरकार के प्रचार अभियान पर चर्चा कर रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान.
वीडियो: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के मतदान 7 मार्च को होने हैं. सातवें चरण के चुनाव में बनारस में भी मतदान है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है. यहां के चुनावी माहौल को समझने के लिए द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी ने कुछ लोगों से बातचीत की.
वीडियो: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और अन्य मसलों को लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत राजेंद्र प्रसाद तिवारी से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
सिटिज़न्स फॉर जस्टिस एंड पीस और स्वतंत्र विशेषज्ञों द्वारा एकत्र डेटा बताता है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के चार ज़िलों, ख़ासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 2019 के मुक़ाबले महामारी के दौरान मौत के आंकड़ों में 60% की बढ़ोतरी हुई.
बीते हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पंचगंगा, दशाश्वमेध, अस्सी और मणिकर्णिका समेत कई घाटों पर विहिप व बजरंग दल द्वारा लगाए पोस्टरों पर ग़ैर-हिंदुओं को गंगा घाटों से दूर रहने की चेतावनी दी गई थी. विहिप का दावा है कि उसने पोस्टर लगाने वाले दो सदस्यों को संगठन से निकाल दिया है.
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में आयुर्विज्ञान संस्थान के प्रोफेसर ओम शंकर ने फेसबुक पोस्ट में यूपी चुनाव से पहले ब्राह्मण समुदाय को लुभाने के लिए लखनऊ में भगवान परशुराम के मंदिर में पूजा करने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव की आलोचना करते हुए इससे पार्टी को सभी ब्राह्मण वोट हासिल करने में मदद मिलेगी.
उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विभिन्न घाटों पर इन पोस्टरों को देखा जा सकता है, जिसमें पंचगंगा घाट, राम घाट, दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट और मणिकर्णिका घाट शामिल हैं. पोस्टरों पर यह भी लिखा है कि ‘यह निवेदन नहीं, चेतावनी है.’
भाजपा उम्मीद कर रही है कि अयोध्या में बहुप्रतीक्षित मंदिर निर्माण आरंभ करने के बाद अब काशी विश्वनाथ को अभूतपूर्व भव्य स्वरूप दे देने से उन्होंने आम हिंदू वोटर के दिल को छू लेने में सफलता प्राप्त कर ली है.
वीडियो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मल्लाह रोज़गार को लेकर बेहद परेशान हैं. कोरोना वायरस महामारी ने उनकी ज़िंदगी को तबाह कर दिया है. घर चलाना मुश्किल होता जा रहा है और किसी प्रकार की कोई सरकारी सहायता न मिलने से वे बेहद हताश और निराश हैं.