राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी)ने छठी कक्षा की सामाजिक विज्ञान की किताब 'एक्सप्लोरिंग सोसाइटी इंडिया एंड बियॉन्ड' में जाति व्यवस्था का उल्लेख किए बिना वेदों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है, जबकि पुरानी किताब में उल्लेख था कि महिलाओं और शूद्रों को वेदों का अध्ययन करने की अनुमति नहीं थी.
बीते 26 दिसंबर को असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा के एक्स हैंडल ने एक पोस्ट किया, जिसमें दावा किया गया था कि ‘शूद्र - ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्यों - की सेवा करने के लिए हैं’. विवाद के बाद उन्होंने इसे डिलीट कर दावा किया कि उनकी टीम के एक सदस्य ने भगवद गीता के एक श्लोक का ग़लत अनुवाद पोस्ट कर दिया था.