‘स्पीकिंग विद नेचर’ में दर्ज है भारतीय पर्यावरण आंदोलन के पुरोधाओं का इतिहास

वीडियो: इतिहासकार रामचंद्र गुहा की नई किताब 'स्पीकिंग विद नेचर' भारतीय पर्यावरणवाद के आरंभिक इतिहास को दर्ज करती है. द वायर हिंदी के संपादक आशुतोष भारद्वाज ने इस किताब को लेकर उनसे बातचीत की.

क्या वेरियर एल्विन के महात्मा गांधी से दूर जाने की वजह उनका आदिवासियों के क़रीब जाना था

ब्रिटिश मूल के एंथ्रोपोलॉजिस्ट वेरियर एल्विन ऑक्सफोर्ड से पढ़ाई ख़त्म कर एक ईसाई मिशनरी के रूप में भारत आए थे. 1928 में वे पहली बार महात्मा गांधी को सुनकर उनसे काफी प्रभावित हुए और उनके निकट आ गए. गांधी उन्हें अपना पुत्र मानने लगे थे, लेकिन जैसे-जैसे एल्विन आदिवासियों के क़रीब आने लगे, उनके और गांधी के बीच दूरियां बढ़ गईं.