आरोपों से घिरे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति रतन लाल हंगलू ने दिया इस्तीफा

उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति रतन लाल हंगलू वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितताओं को लेकर 2016 से निगरानी में थे. उन्हें यौन उत्पीड़न की शिकायतों को उपयुक्त ढंग से नहीं निपटाने और छात्राओं के लिए शिकायत निवारण प्रणाली की कमी को लेकर पिछले सप्ताह राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी तलब किया था.

शैक्षणिक कारणों का हवाला देते हुए प्रताप भानु मेहता ने अशोका विश्वविद्यालय से इस्तीफ़ा दिया

हरियाणा के सोनीपत स्थित अशोका विश्वविद्यालय के फैकल्टी और छात्रों को लिखे अपने पत्र में मशहूर समाजिक चिंतक प्रताप भानु मेहता ने कहा कि उनके इस्तीफ़ा देने के समय को लेकर सवाल उठेंगे लेकिन कम से कम व्यवधान के लिए वे सत्र की शुरुआत से पहले पद छोड़ना चाहते थे.

जामिया मिलिया इस्लामिया की पहली महिला वाइस चांसलर बनीं नजमा अख़्तर

नजमा दिल्ली की किसी केंद्रीय यूनिवर्सिटी की पहली महिला वाइस चांसलर हैं. वह इससे पहले एनआईईपीए में शैक्षणिक प्रशासन विभाग के प्रमुख के पद पर थीं.

राष्ट्रपति को पत्र लिख केंद्र ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ की जांच की सिफारिश

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति आरएल हंगलू के खिलाफ वित्तीय अनियमितता, प्रशासनिक कुप्रबंधन के साथ एक महिला को अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाने का आरोप है.

दिल्ली स्कूल ऑफ जर्नलिज़्म में पढ़ाई करने आए विद्यार्थी प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं?

दिल्ली विश्वविद्यालय में दिल्ली स्कूल ऑफ जर्नलिज़्म के छात्र-छात्राओं का आरोप है कि मोटी फीस वसूलने के बाद भी प्रशासन उन्हें बेहतर शिक्षा और संसाधन उपलब्ध कराने में असफल रहा है.

प्रॉक्टर के ख़िलाफ़ प्रदर्शन पर बीएचयू के 12 छात्र-छात्राओं पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज

छात्र-छात्राओं का आरोप है कि चीफ प्रॉक्टर पिछले साल कैंपस में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर हुए आंदोलन के बारे में दुष्प्रचार ​कर रही थीं, जिसके ख़िलाफ़ वे प्रदर्शन कर रहे थे.

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष, उपाध्यक्ष पांच साल के लिए निष्कासित

विवि प्रशासन ने छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित मिश्र, उपाध्यक्ष आदिल हमजा और एलएलबी के छात्र अनुभव उपाध्याय को पांच वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है.

शिक्षा को ‘भारतीय’ बनाने के लिए संघ की कार्यशाला में पहुंचे 51 कुलपति

कार्यक्रम में कहा गया कि शैक्षिक संस्थानों में संस्कृति के नाम पर जो हो रहा है वह हमारी असल संस्कृति पर हमला है- चाहे वो कल्चरल इवनिंग जैसे कार्यक्रम हों या विरोध की संस्कृति से जुड़े आयोजन. इससे नौजवानों का दिमाग और शैक्षणिक संस्थानों का माहौल बुरी तरह प्रभावित हो रहा है.