उत्तर प्रदेश के बाराबंकी का मामला है. सिटी इंटर कॉलेज में संस्कृत पढ़ाने वाले दलित शिक्षक ने आरोप लगाया है कि विद्यालय में क्षत्रिय शिक्षकों ने गुट बना रखा है, जो आए दिन उन्हें यह कह कर प्रताड़ित करते हैं. उनके खिलाफ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हैं और उन्हें कक्षाओं में पढ़ाने के लिए नहीं जाने देते तथा उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर भी नहीं करने देते.
उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले के एक सरकारी स्कूल का मामला. मामला सामने आने के बाद आरोपी शिक्षक को निलंबित भी कर दिया गया है. कक्षा छह में पढ़ने वाले छात्र ने आरोप लगाया था कि ग़लती से शिक्षक की बाइक छू देने पर उन्होंने उसे एक कमरे में बंद कर दिया था और लोहे के पाइप व झाड़ू से पिटाई की थी.
उत्तर प्रदेश के गोंडा ज़िले का मामला. एक दलित युवती ने स्वजातीय युवक से दोनों परिवारों की सहमति से कोर्ट मैरिज की थी. इसी बात को लेकर गांव के प्रधान प्रतिनिधि और उसके साथी ने 28 अगस्त को पंचायत बुलाकर युवती की मां और नाबालिग भाई को कथित तौर पर सार्वजनिक रूप से जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए अपशब्द कहे और मारपीट की थी.
राजस्थान के बाड़मेर शहर के सरकारी स्कूल का मामला है. पुलिस ने बताया कि आरोपी शिक्षक को हिरासत में ले लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. कुछ दिन पहले राज्य के जालोर ज़िले में कथित तौर पर शिक्षक की पिटाई से नौ वर्षीय एक दलित बच्चे की मौत का मामला सामने आया था.
केरल राज्य अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति आयोग ने पुलिस से उन आरोपों को लेकर एक रिपोर्ट मांगी कि उसके अधिकारियों ने अलाप्पुझा ज़िले के हरिपद इलाके में एक दलित कॉलोनी में अवैध रूप से घरों में प्रवेश किया और वहां के कुछ निवासियों के ख़िलाफ़ जातिसूचक टिप्पणी की. पुलिस ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कॉलोनी के लोगों पर अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करने का आरोप लगाया है. इस संबंध में कॉलोनी के तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया
मामला खरगौन ज़िले का है, जहां एक मार्च को महाशिवरात्रि पर एक दलित छात्रा को शिव मंदिर में पूजा करने से कथित तौर पर रोके जाने को लेकर एक पुजारी और दो महिलाओं के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया था. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद मामले के तूल पकड़ने पर यह कार्रवाई की गई है.
मध्य प्रदेश के ग्वालियर ज़िले के बरही ग्राम पंचायत का मामला. गंभीर रूप से घायल 33 वर्षीय दलित आरटीआई कार्यकर्ता को दिल्ली स्थित एम्स के रिफर कर दिया गया है. पुलिस ने सात आरोपियों की पहचान कर उनके ख़िलाफ़ हत्या के प्रयास, अपहरण से संबंधित धाराओं तथा अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है.
बलरामपुर ज़िले का मामला. पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए दो वीडियो में से एक में दलित बिरादरी के ग्राम रोज़गार सेवक पवन कुमार को ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि अजय कुमार उपाध्याय जातिसूचक अपशब्द कहते हुए मारने के लिए दौड़ते दिख रहे हैं. दूसरे वीडियो में पवन के चेहरे और आंख पर गंभीर चोट के निशान हैं और वे आपबीती सुनाते हुए इंसाफ़ मांग रहे हैं.
मामला हरियाणा के जींद ज़िले के उचाना विधानसभा क्षेत्र के छातर गांव का है. आरोप है कि एक दलित युवक की पिटाई करने वाले सवर्ण जाति के युवक की शिकायत पुलिस से करने पर 150 दलित परिवारों का सामाजिक बहिष्कार किया गया है. पुलिस ने इस संबंध में गांव के ही 23 लोगों के ख़िलाफ़ एससी/एसटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है.
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के जेवर इलाके में यह घटना उस वक़्त हुई जब 55 वर्षीय दलित महिला घास काटने खेत में गई थी. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है. मुख्य आरोपी अभी भी फ़रार है. राज्य के संतकबीरनगर ज़िले में सात वर्ष की बच्ची से बलात्कार का आरोपी मदरसा शिक्षक की भी पुलिस तलाश कर रही है.
घटना सात अक्टूबर को राजस्थान के हनुमानगढ़ ज़िले के प्रेमपुरा इलाके में हुई. कथित प्रेम संबध को लेकर दलित युवक की पीट-पीट कर हत्या की गई. पुलिस ने महिला के पूर्व पति समेत अन्य आरोपियों के ख़िलाफ़ हत्या, अपहरण और एससी/एसटी क़ानून के तहत मामला दर्ज किया है.
वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति के बगैर एक दलित आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या का मुद्दा उठाया था, जिसके बाद उन्हें अनुशासनहीनता के लिए सदन से एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया. गुरुवार को यही मुद्दा उठाने को लेकर उन्हें सदन से बाहर कर दिया गया था.
गुजरात के भावनगर ज़िले के सनोदर गांव में बीते दो मार्च को एक दलित आईटीआई कार्यकर्ता की उनके घर में हमला कर कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी. इस मामले में पुलिस ने 10 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है. आरोप है कि थाने में मृतक द्वारा की गईं शिकायतों पर पुलिस ने ध्यान नहीं था.
गुजरात के भावनगर ज़िले को सनोदर गांव का मामला. आरोप है कि क्षत्रिय समुदाय के लोग आरटीआई कार्यकर्ता की ज़मीन हड़पना चाहते थे. एक महीने पहले कार्यकर्ता ने आरोपियों के ख़िलाफ़ थाने में शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
कंगना रनौत का एक साथी महिला कलाकार के काम को नकारते हुए उन्हें नीचा दिखाने का प्रयास और घर गिराए जाने की तुलना बलात्कार से करना दिखाता है कि फेमिनिज़्म को लेकर उनकी समझ बहुत खोखली है.