मेधा पाटकर और वीके सक्सेना दो दशक पहले से एक-दूसरे के ख़िलाफ़ कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं. उस समय मेधा पाटकर ने ‘नर्मदा बचाओ आंदोलन’ के विरोध में विज्ञापन छपवाने को लेकर वीके सक्सेना के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज करवाया था.
मेधा पाटकर और वीके सक्सेना साल 2000 से ही एक-दूसरे के ख़िलाफ़ क़ानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं. उस समय मेधा पाटकर ने उनके और 'नर्मदा बचाओ आंदोलन' के ख़िलाफ़ विज्ञापन छपवाने के लिए उन पर केस किया था. वहीं, सक्सेना ने एक टीवी चैनल पर अपमानजनक टिप्पणी और मानहानिकारक बयान जारी करने के लिए पाटकर के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया था.