तेलुगु फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए अप्रैल 2019 में तेलंगाना सरकार द्वारा गठित एक उप-समिति ने जून 2022 में अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. केसीआर सरकार ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया था. अब हेमा समिति की रिपोर्ट सामने आने के बाद इसे सार्वजनिक करने की मांग हो रही है.