अयोध्या: साल 1949 और 1992 से लेकर 2023 का सफ़र, इतिहास और राजनीति

वीडियो: ‘अयोध्या: द डार्क नाइट’ के लेखक-पत्रकार धीरेंद्र के झा और ‘अयोध्या: सिटी ऑफ फेथ, सिटी ऑफ डिस्कॉर्ड’ नामक किताब के लेखक-पत्रकार वलय सिंह से द वायर की संपादक सीमा चिश्ती की बातचीत. 

क्या सपा का धर्मनिरपेक्षता के पक्ष में मज़बूती से खड़े रहने का साहस जवाब दे गया है?

जो समाजवादी पार्टी 1993 के दौर से भी पहले से धर्म और राजनीति के घालमेल के पूरी तरह ख़िलाफ़ रही और धर्म की राजनीति के मुखर विरोध का कोई भी मौका छोड़ना गवारा नहीं करती रही है, अब उसके लिए धर्म अनालोच्य हो गया है.

भाजपा अपने राजनीतिक स्वार्थों को पूरा करने के लिए धर्म का दुरुपयोग कर रही है: अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश के एटा ज़िले में एक कार्यक्रम के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा का काम जनता को धोखा देना है. भाजपा पहले दिन से ही राजनीति के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने कहा कि धोखा देना भाजपा का व्यवहार, व्यवसाय और रणनीति है. यह लोगों के अधिकार और सम्मान को छीनने का काम कर रही है. 

अयोध्या: आख़िरी ट्रेजेडी झेल रहा है नवाब शुज़ाउद्दौला का ‘दिलकुशा’

बीते दिनों योगी आदित्यनाथ सरकार ने सोलह करोड़ रुपये ख़र्च कर फ़ैज़ाबाद में अवध के नवाब शुज़ाउद्दौला द्वारा बनवाए गए ऐतिहासिक महल 'दिलकुशा' के जीर्णोद्वार का ऐलान किया, तो लोग चौंके थे. हालांकि इसके बाद ‘दिलकुशा’ को ‘साकेत सदन’ का नाम देकर उसकी पहचान ख़त्म करने में कोई देरी नहीं की गई.

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश में श्मशान घाटों की ख़राब स्थिति को लेकर चिंता जताई

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि जनसंख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, लेकिन दाह संस्कार स्थलों पर बुनियादी ढांचे का विकास कछुआ गति से किया जा रहा है. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आम लोग उचित सुविधाएं पाने के लिए जीवन भर संघर्ष करते हैं और अंतिम सांस के बाद भी उचित दाह संस्कार की सुविधा पाने से वंचित रह जाते हैं.

यूपी: रेप केस में 25 साल की सज़ा पर भी भाजपा विधायक अब तक विधानसभा से अयोग्य घोषित नहीं हुए

नाबालिग से बलात्कार के मामले में सोनभद्र ज़िले से भाजपा विधायक रामदुलार गोंड को 15 दिसंबर को 25 साल की सज़ा सुनाई गई थी, लेकिन अब तक उत्तर प्रदेश विधानसभा ने उन्हें अयोग्य घोषित नहीं किया है. इसके विपरीत पिछले साल विपक्षी सपा विधायकों के आपराधिक मामलों में दोषसिद्धि के बाद उन्हें अयोग्य घोषित करने में काफी तत्परता दिखाई गई थी.

उत्तर प्रदेश: शहीद के अंतिम संस्कार में देरी से पहुंचे मंत्री, डेढ़ घंटे इंतज़ार करते रहे परिजन

जम्मू कश्मीर में राजौरी ज़िले में 22 और 23 नवंबर को आतंकियों साथ हुई मुठभेड़ में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ ज़िले के रहने पैराट्रूपर सचिन लौर शहीद हो गए थे. इससे पहले इसी मुठभेड़ में शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के घर 50 लाख का चेक देने पहुंचे उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय की शहीद की मां के मना करने के बाद उनके साथ फोटो खिंचाने की आलोचना हुई थी.

7 लाख छात्र प्रभावित, सरकार ग़ैर-मान्यता वाले मदरसों को मान्यता दे: यूपी मदरसा बोर्ड अध्यक्ष

उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष इफ़्तिख़ार अहमद जावेद ने राज्य सरकार के सर्वे में ग़ैर-मान्यता प्राप्त पाए गए 8,449 मदरसों को मान्यता प्रदान करने का अनुरोध करते हुए कहा कि इनमें पढ़ने वाले 90-95 प्रतिशत छात्र पसमांदा समुदाय के हैं, जिसके कल्याण की बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करते हैं.

यूपी: डायल 112 हेल्पलाइन कर्मियों का वेतन वृद्धि को लेकर प्रदर्शन, प्रदर्शनकारियों पर केस दर्ज

उत्तर प्रदेश की आपातकालीन हेल्पलाइन 'डायल 112' की कई महिला कर्मचारी लखनऊ में बेहतर वेतन और अन्य लाभों की मांग करते हुए सड़क पर उतरी हैं. वहीं, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के ख़िलाफ़ बलवा भड़काने, प्रदर्शन कर रास्ता बाधित करने समेत कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की है.

2017 में योगी सरकार आने के बाद से यूपी पुलिस के ‘एनकाउंटर’ में 190 लोगों की मौत हुई है

योगी आदित्यनाथ के मार्च 2017 में मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद से यूपी पुलिस की कथित मुठभेड़ की घटनाओं में 190 लोगों की मौत के अलावा ऐसी घटनाओं में पुलिस ने 5,591 लोगों को गोली मारकर घायल किया है.

फ़र्ज़ी जन्म प्रमाण-पत्र मामले में आज़म ख़ान, उनकी पत्नी और बेटे को 7 साल की जेल की सज़ा

इस मामले में एफआईआर 3 जनवरी, 2019 को रामपुर के एक थाने में आकाश सक्सेना (जो अब भाजपा के विधायक हैं) द्वारा दर्ज कराई गई थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि आज़म ख़ान और उनकी पत्नी ने अपने बेटे अब्दुल्ला आज़म को दो फ़र्ज़ी जन्म प्रमाण-पत्र - एक लखनऊ से और दूसरा रामपुर से - प्राप्त करने में मदद की थी.

लखीमपुर खीरी हिंसा: दो साल बाद भी मामले में 201 गवाहों में से केवल चार की ही गवाही हुई

तीन अक्टूबर, 2021 को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई हिंसा में आठ लोग मारे गए थे, जिनमें से चार किसान थे. ये किसान उत्तर प्रदेश के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के क्षेत्र में दौरे का विरोध कर रहे थे. मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के पुत्र आशीष मिश्रा और उनके दर्जन भर साथियों के ख़िलाफ़ किसानों को थार जीप से कुचलकर मारने और उन पर फायरिंग करने जैसे गंभीर आरोप हैं.

लखीमपुर हिंसा: आरोपी आशीष मिश्रा को बीमार मां और बेटी की देखभाल के लिए दिल्ली में रहने की अनुमति

केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ के बेटे आशीष मिश्रा पर उन चार किसानों की हत्या का आरोप है, जो 2021 में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन के लिए जमा हुए थे. आरोप है कि आशीष मिश्रा से संबंधित और कथित तौर पर उनके द्वारा चलाए जा रहे एक वाहन ने प्रदर्शनकारी किसानों सहित अन्य को कुचल दिया था.

अमरमणि की रिहाई पर मधुमिता शुक्ला की बहन ने कहा- मैं डरी हुई हूं, जान से मारने की धमकी मिल रही है

कवयित्री मधुमिता शुक्ला की हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सज़ा काट रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी म​धुमणि को समय से पहले रिहा कर दिया है. इस आदेश को मधुमिता के बहन निधि शुक्ला ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि यूपी सरकार ने गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों को ‘नज़रअंदाज़’ करते हुए उन्हें रिहा करने का आदेश दिया.

मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में अमरमणि ​त्रिपाठी की समय-पूर्व रिहाई से क्या भाजपा को फायदा होगा?

कहा जा रहा है कि अमरमणि त्रिपाठी को भाजपा विशेषकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘अपने ब्राह्मण चेहरे’ के बतौर आगे करेंगे. हालांकि भाजपा का उन्हें राजनीति में आगे बढ़ाना आसान नहीं होगा, क्योंकि विपक्ष इस मुद्दे पर उसे खूब घेरेगा. बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोप के बाद अब कवयित्री मधु​मिता शुक्ला की हत्या के सज़ायाफ़्ता रहे अमरमणि को आगे लाने का दांव उल्टा भी पड़ सकता है.