दीपा मलिक 49 साल की उम्र में इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाली सबसे उम्रदराज़ एथलीट भी बन गई हैं. दीपा को यह पुरस्कार चौथी बार में मिला क्योंकि पिछले तीन साल उनके नाम की अनदेखी की गई थी.
खेल मंत्रालय द्वारा धावक दुती चंद और क्रिकेटर हरभजन सिंह के नाम इसलिए ख़ारिज कर दिए गए क्योंकि संबंधित राज्य सरकारों ने पुरस्कार के लिए दोनों का नामांकन निर्धारित समयसीमा के अंदर नहीं भेजा था.