इंदौर में शवों के रखरखाव में लापरवाही बरतने का यह पहला मामला नहीं है. पिछले हफ़्ते यहां के सरकारी महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय एक लावारिस लाश के सड़कर तक़रीबन कंकाल में बदल जाने का मामला सामने आया था. इसी अस्पताल में पांच महीने के बच्चे के शव को छह दिन तक गत्ते के बॉक्स में बंद कर रखे जाने का भी खुलासा हुआ था.
बहुत कम शायर अवाम की बेचेहरगी और अवसाद को सत्ता के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ बनाने में कामयाब हुए. ऐसे में राहत ने ग़ज़ल के हाशिये में पड़ी भाषा और मुंहफट चरित्रों को सत्ता के सामने खड़ा कर दिया. उनसे पहले भी शायरोंं ने सत्ता को आईना दिखाने की कोशिश की, लेकिन उनकी ग़ज़लें ज़रा ज़्यादा मुंहफट साबित हुईं.
दवा व्यापारियों ने इंदौर प्रशासन के इस आदेश पर चिंता जताई है, क्योंकि उन्होंने लगभग पांच करोड़ रुपये के एन-95 मास्क का स्टॉक रखा हुआ है. केंद्र सरकार ने पिछले महीने वॉल्व लगे एन-95 मास्क को लेकर चेतावनी जारी की थी कि इससे कोरोना का प्रसार नहीं रुकता.
वीडियो: शायर राहत इंदौरी का बीते 11 अगस्त को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वे कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए थे. प्रख्यात शायर मुनव्वर राना ने राहत इंदौरी के साथ अपने पुराने दिनों को साझा किया.
डॉक्टरों का कहना है कि मशहूर शायर राहत इंदौरी के फेफड़े 70 फीसदी तक ख़राब हो गए थे. उन्हें हाइपरटेंशन और मधुमेह की भी समस्या थी.
मध्य प्रदेश में इंदौर कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित ज़िलों में है. आंकड़ों के मुताबिक यहां कोविड-19 मरीज़ों की मृत्यु दर गुरुवार सुबह लगभग पांच फीसदी थी, जो मौजूदा राष्ट्रीय औसत से दो फीसदी अधिक है.
इंदौर में 12 जून को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जन्मदिन पर पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता की अगुवाई में कमला नेहरू कॉलोनी में अनाज वितरण कार्यक्रम किया गया, जहां लोगों द्वारा राशन की छीनाझपटी देखने को मिली. इस कॉलोनी में तीन कोरोना हॉटस्पॉट हैं.
बुधवार को सामने आए एक ऑडियो के आधार पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व पर कमलनाथ सरकार गिराने का षड्यंत्र रचने का इल्ज़ाम लगाया है. इस ऑडियो में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कथित तौर पर कह रहे हैं कि केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया था कि सरकार गिरनी चाहिए.
स्वास्थ्य विभाग ने 24 दिन बाद दी कोविड-19 पीड़ित की मौत की जानकारी. इससे पहले एक अन्य मृतक की जानकारी 16 दिन बाद मीडिया को दी गई थी. एक एनजीओ ने मामले की स्वतंत्र जांच के लिए केंद्र सरकार से समिति गठित करने की मांग की है.
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित ज़िलों में मध्य प्रदेश का इंदौर भी शामिल है. मरीज़ों की मौत की जानकारी देरी से देने के कारण स्वास्थ्य विभाग के रवैये पर सवाल उठ रहे हैं. वहीं, शाजापुर में इलाज का पूरा बिल न चुका पाने कारण एक बुज़ुर्ग को कथित तौर पर बेड पर रस्सियों से बांधने का मामला सामने आया है.
इंदौर और उज्जैन दोनों ही मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल में बसे हुए हैं. छह अंचलों में विभाजित मध्य प्रदेश में मालवा-निमाड़ ही कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है.
मध्य प्रदेश में इंदौर ज़िले के पेमलपुर गांव का मामला. पुलिस ने अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज कर गांव से पोस्टर हटा दिया है. घटना को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राज्य की पुलिस और मुख्यमंत्री की आलोचना की है.
यह मामला मध्य प्रदेश का है. इंदौर-उज्जैन सीमा के पंथपिपलाई बॉर्डर पर एक मिक्सर में 18 मज़दूर छिपकर महाराष्ट्र से लखनऊ जा रहे थे. पुलिस ने तलाशी के दौरान इन्हें पकड़ लिया.
कोरोना संक्रमितों की संख्या के लिहाज़ से महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली के बाद चौथा नंबर मध्य प्रदेश का है, जहां तीन चौथाई मामले केवल दो ज़िलों- इंदौर और भोपाल में सामने आए हैं. इसमें भी लगभग 60 फीसदी मामले अकेले इंदौर में मिले हैं.
गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि मुंबई, कोलकाता, जयपुर, इंदौर और पुणे में हालात ‘विशेष रूप से गंभीर’ है. मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की चपेट में आकर अब तक 70 लोग मारे जा चुके हैं, इनमें से 52 लोग सिर्फ़ इंदौर से हैं.