मामला बिलासपुर ज़िले का है. ज़िला कलेक्टर ने बताया कि गांव के पुराने पंचायत भवन में लगभग 60 गायों को बंद करके रखा गया था. दुर्गंध फैलने पर जब कमरा खोला गया, तब 43 गायों की मौत हो चुकी थी.
बदायूं ज़िले के कछला नगर पंचायत की गोशाला में 11 गायों, सात बछड़े और बछिया समेत 22 जानवरों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. प्रारंभिक जांच में पता चला कि मवेशियों को दिए गए बाजरे के चारे में नाइट्रोजन की अधिक मात्रा होने से उनकी मौत हुई.
बांग्लादेश में तस्करी की जा रहीं इन गायों को बीएसएफ ने ज़ब्त किया था. गोशाला की प्रभारी जोशीन एंटनी ने कहा कि गोशाला में कम से कम 700 गाय हैं. हम गायों की जिम्मेदारी लेते हैं, लेकिन राज्य सरकार की तरफ से हमें कोई सहायता नहीं मिली है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह ज़िले गोरखपुर के बांसगांव और पड़ोसी ज़िले महराजगंज के मधवलिया गोसदन में बड़ी संख्या में गोवंशीय पशुओं की मौत हुई है.
गायों की मौत के संबंध में दो लोगों को निलंबित किया गया. अक्षयपात्र फाउंडेशन करता है हिंगोनिया गोशाला का संचालन. भाजपा पार्षदों ने मांग की है कि गायों की मौत के लिए ज़िम्मेदार लोगों पर गोहत्या का मामला दर्ज किया जाए.
गोशाला का संचालन आचार्य सुशील गोदर्शन ट्रस्ट करता है. पुलिस ने गोशाला का दौरा किया और पाया कि वहां की 1400 गायों में से 36 की मौत हो चुकी है.
बसपा प्रमुख मायावती ने सवाल किया, भाजपा शासित राज्यों में गायों की भूख से तड़पकर मौत हो रही है, संघ जवाब क्यों नहीं मांगता?