संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञ बास्कुट तुनचक ने कहा है कि विशाखापट्टनम का ताज़ा हादसा यह ध्यान दिलाता है कि अनियंत्रित उपभोग और प्लास्टिक के उत्पादन से किस तरह मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है.
बीती सात मई को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम शहर के पास स्थित एलजी पॉलीमर्स कारखाने में हुए गैस के रिसाव की वजह से 11 लोगों की मौत हो गई थी.
आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम शहर के पास स्थित प्लास्टिक उत्पाद बनाने वाली एलजी पॉलीमर्स फैक्टरी से बीती सात मई को स्टाइरीन गैस के रिसाव के बाद 12 लोगों की मौत हो गई.
यह हादसा विशाखापत्तनम के गोपालपत्तनम इलाके में स्थित एलजी पॉलिमर संयंत्र को दोबारा खोलने के दौरान हुआ. हादसे के शिकार हुए 20-25 लोगों की हालत नाजुक है. संयंत्र के तीन किमी के दायरे से 200 से 250 परिवारों के लगभग 500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
पश्चिमोत्तर दिल्ली के केशवपुरम इलाके में हुआ हादसा. पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की.
बसपा के पूर्व सांसद हाजी शाहिद अख़लाक़ के छोटे भाई की मीट प्रोसेसिंग कंपनी है. घटना में एक मज़दूर व दो कर्मचारी बाल-बाल बच गए. कंपनी के लोग शवों को एक निजी अस्पताल के बाहर फेंककर फरार हो गए.
दुर्घटना के बाद लेफ्ट और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्टील प्लांट के सामने विरोध प्रदर्शन किया और पीड़ितों के परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजे देने की मांग की.
30 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिलहाल सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर होने की ख़बर.
तुगलकाबाद क्षेत्र स्थित कंटेनर डिपो में चीन से आयात किए गए कंटेनर में रखे गए रसायन का रिसाव हुआ. मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए.