बीते 29 मई को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की मृत्यु के बाद ख़ाली हुई इस सीट के लिए उपचुनाव कराया गया था. राज्य बनने के बाद यह सीट उन्हीं के परिवार के पास थी. यह पहली बार है कि इस सीट से जोगी परिवार का कोई भी सदस्य चुनाव नहीं लड़ सका.
बीती नौ मई की सुबह अजीत जोगी को हार्ट अटैक आया था, उसके बाद से वह रायपुर के एक अस्पताल में भर्ती थे. उनके निधन पर छत्तीसगढ़ सरकार ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा तैयार किए गए रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के 68 में से 48 विधायक, भाजपा के 15 में से 14 विधायक, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सभी पांच विधायक और बसपा के दो में से एक विधायक करोड़पति हैं.
90 सीटों वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 66, भाजपा 17, बसपा तीन और अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस ने चार सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं.
छत्तीसगढ़ के भटगांव विधानसभा के पांच, सीतापुर विधानसभा के दो, जांजगीर-चांपा ज़िले के दो, कोरबा ज़िले और बालोद ज़िले के एक-एक गांव के लोगों द्वारा मतदान न करने की सूचना.
दूसरे चरण में छत्तीसगढ़ के 19 ज़िलों की 72 विधानसभा सीटों पर हुआ मतदान. पहले चरण की 25 सीटों पर 76 प्रतिशत मतदान हुआ था.
18 विधानसभा सीटों के लिए कुल 190 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. राजनांदगांव सीट पर मुख्यमंत्री रमन सिंह को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला चुनौती दे रही हैं.