नालंदा ज़िले के इस्लामपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले एक 16 वर्षीय किशोर को बीते मार्च महीने में एक महिला का पर्स चुराने के आरोप में पकड़ा गया था. उनके घर की तंग आर्थिक स्थिति और पृष्ठभूमि को देखते हुए जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट मानवेन्द्र मिश्र ने उन्हें सज़ा न देते एक मानवीय फ़ैसला सुनाया है.
बिहार में नालंदा ज़िले के बिहार शरीफ़ का मामला. पुलिस ने बताया कि आईपीसी की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किए जाने के बाद आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है.
कोरोना संकट के दौरान गहराती सांप्रदायिकता का नया उदाहरण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह ज़िले नालंदा के बिहार शरीफ में देखने को मिला है, जहां मुस्लिम रहवासियों का आरोप है कि हिंदू दुकानदारों द्वारा उन्हें सामान नहीं दिया जा रहा और उनका सामाजिक बहिष्कार किया जा रहा है.
बिहार में दिनोंदिन बढ़ रहे कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच संक्रमित मरीज़ों के इलाज में लगे डॉक्टरों का कहना है कि पर्याप्त आइसोलेशन बेड व सुरक्षा उपाय तो दूर, उन्हें सबसे बुनियादी चीज़ें मास्क और सैनिटाइज़र तक उपलब्ध नहीं कराए गए हैं.
पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के जूनियर डॉक्टरों ने एक पत्र में कहा है कि सभी तरह के आवश्यक मेडिकल किट और मास्क के बिना हम ड्यूटी पर हैं. हमारे कई डॉक्टरों में वायरस के लक्षण है, लेकिन यहां कोई सुन ही नहीं रहा है.
कथित तौर पर एक लड़की के अपहरण मामले में पूछताछ के लिए जदयू के महादलित सेल के प्रखंड प्रमुख गणेश रविदास को पुलिसवाले थाने ले गए थे. जदयू नेता की मौत के बाद उनके गांववालों ने किया हिंसक प्रदर्शन.
सड़क से संसद: बिहार का नालंदा लोकसभा सीट शिक्षा का प्राचीन केंद्र रहा है. यहीं से जॉर्ज फर्नांडिस और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे नेताओं ने अपना राजनीतिक करिअर शुरू किया. यहां आख़िरी चरण में 19 मई को लोकसभा के लिए वोट डाले जाएंगे.
बिहार में नालंदा जिले के सुदूरवर्ती इस्लामपुर थाना अंतर्गत बरडीह गांव में हुई घटना.
नालंदा ज़िले में स्थानीय राजद नेता की मंगलवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या के संदेह में भीड़ ने कथित हत्यारों के घरों पर हमला किया और एक घर में आग लगा दी.
बिहार के नालंदा ज़िले का मामला. महिला ने मुख्य आरोपी समेत पांच लोगों पर बलात्कार की कोशिश में असफल होने पर जलाने का आरोप लगाया. ग्रामीणों ने विवाद की वजह पारिवारिक अनबन बताया.
रामनवमी के बाद बिहार के विभिन्न ज़िलों में फैली सांप्रदायिक हिंसा के एक महीने बाद इन इलाकों में हिंदू-मुस्लिमों के बीच किसी तरह का मनमुटाव या दुर्भावना नहीं दिखती.
कथित तौर पर मर्दों की ग़ैरमौजूदगी में घर में प्रवेश करने से 54 वर्षीय व्यक्ति को सरपंच और गांव के अन्य लोगों ने सुनाई सज़ा. आठ लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर.