इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं में नीतीश सरकार द्वारा उनके कल्याण के लिए की गई पहल की बातें थीं, लेकिन महागठबंधन से अलग होने और बीजेपी के साथ सरकार बनाने को अल्पसंख्यक समुदाय में उनके जनादेश के तौहीन की तरह देखा जा रहा था.
वीडियो: डोम समुदाय बिहार और देश के सबसे पिछड़े समुदायों में से एक है. पूर्वी चंपारण ज़िले की ढाका विधानसभा के रहने वाले ऐसे ही कुछ लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में मीना कोटवाल ने बात की.
विधानसभा चुनाव राउंडअप: अंतिम चरण के लिए 78 सीटों पर हो रहा मतदान में शनिवार शाम पांच बजे तक 55.22 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. नतीजे 10 नवंबर को आएंगे.
ग्राउंड रिपोर्ट: बिहार के सुपौल ज़िले कुछ गांवों के ग्रामीण पिछले कई वर्षों से कोसी नदी की मार झेल रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बांध के लिए एमपी-एमएलए आदि से गुज़ारिश की गई, लेकिन किसी ने उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया.
मुज़फ़्फ़रपुर और आसपास के क्षेत्रों में अमूमन अगस्त-सितंबर में चमकी बुखार का भीषण प्रकोप देखने को मिलता है, पर इस बार मामले भी कम आए और मौतें भी कम हुईं. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि बावजूद इसके बिहार को चमकी बुखार से निपटने के लिए अभी और तैयारी करनी होगी.
नीतीश कुमार ने तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के आख़िरी दिन कहा कि यह उनका अंतिम चुनाव है. क्या यह मतदान से पहले सीमांचल के अल्पसंख्यकों समेत उनके पारंपरिक मतदाताओं की सहानुभूति लेने का कोई चुनावी हथकंडा है या इसका कोई गहरा सियासी अर्थ है?
बिहार विधानसभा चुनाव राउंडअप: नीतीश कुमार के बयान पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि हम शुरू से कहते आ रहे है कि वो पूर्णत: थक चुके है और आज आखिरकार उन्होंने हमारी बात पर मुहर लगा दी. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि ‘जंगलराज के युवराज’ को बिहार की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की जनता को संबोधित एक पत्र लिखकर एनडीए को वोट करने की अपील की.
ग्राउंड रिपोर्ट: बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर स्थित मोतीपुर चीनी मिल 1932 स्थापित की गई थी. 1980 में राज्य सरकार ने इसका संचालन अपने हाथ में लिया और वर्ष 1997 में यह बंद हो गई. आज हालात ये हैं कि बिहार में 28 में से सिर्फ 11 चीनी मिलें ही चल रही हैं. ये सभी चीनी मिलें सिर्फ़ छह ज़िलों में स्थित हैं.
ग्राउंड रिपोर्ट: अररिया ज़िले की हलहलिया पंचायत में मुसहर जाति समेत पिछड़े वर्गों के कई कामगार, जो आजीविका कमाने के लिए पंजाब गए थे, उन्होंने सिख धर्म अपना लिया है. उनका कहना है कि वे इस बात से बहुत प्रभावित हुए कि इस धर्म में ऊंच-नीच का कोई भेदभाव नहीं किया जाता.
बिहार विधानसभा चुनाव के आख़िरी चरण के मतदान से पहले एक चुनावी सभा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा था कि घुसपैठियों को देश से बाहर किया जाएगा. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश से बाहर करने की फालतू बातों का दुष्प्रचार किया जा रहा है.
मीडिया बोल: बिहार में मतदान का दूसरा चरण मंगलवार को संपन्न हो गया. मीडिया में राज्य के मुद्दों और लोगों के सरोकारों की अभिव्यक्ति किस तरह हो रही है? मीडिया बोल की इस कड़ी में टाइम्स ऑफ इंडिया पटना के पूर्व रेज़िडेंट एडिटर और वरिष्ठ पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता निवेदिता झा के साथ वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश की बातचीत.
ग्राउंड रिपोर्ट: बिहार के दरभंगा ज़िले के किरतपुर प्रखंड का कुबौल गांव कोसी नदी के बाढ़ क्षेत्र में आता है. बाढ़ के कई महीनों बाद तक पानी में डूबा रहने वाला यह गांव उन बुनियादी सुविधाओं से भी महरूम है, जिन्हें नीतीश सरकार अपनी उपलब्धि के तौर पर गिनवा रही है.
ग्राउंड रिपोर्ट: मुस्लिम और यादवों को आम तौर पर राजद का समर्थक माना जाता है, लेकिन मुस्लिमों का अंसारी समुदाय राजद द्वारा उनके नेताओं को राज्य की चुनावी राजनीति में समुचित प्रतिनिधित्व न देने को लेकर ख़ासा नाराज़ है.
बिहार चुनाव राउंडअप: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिहार में ‘जंगलराज’ लाने वालों को ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्रीराम’ से दिक्कत है. राजद प्रवक्ता मनोज झा ने प्रधानमंत्री तंज करते हुए कहा कि स्टेशन पर मरी पड़ी मां भी भारत मां थी. राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार ने बिहार को लूटा है. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि 10 नवंबर को तेजस्वी यादव के आलोचक ‘खामोश’ हो जाएंगे.
प्रधानमंत्री के गब्बर शैली के चुनावी डायलॉग्स में तेजस्वी यादव और महागठबंधन के लिए चेतावनी-सी छुपी लगती है. शायद वे अपने जुमलों के ज़रिये यह जता रहे हैं कि जनता उन्हें भले बहुमत देकर सत्ता सौंप दे, मगर मोदी सरकार उन्हें राज नहीं करने देगी.