झारखंड के गिरिडीह ज़िले के पिपराटांड़ गांव का मामला. बीते 13 जून को 150 लोगों की भीड़ ने हत्या के आरोपी सुरेश मरांडी के घर पर हमला कर उनके घर को आग लगा दी थी और उन्हें पीट-पीटकर मार डाला था. उनके तीन संबंधियों के भी घर जला दिए गए थे.
डोडा जिले के रहने वाले व्यक्ति की जम्मू स्थित राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में कोविड-19 की वजह से मौत हो गई थी. परिजनों ने आरोप लगाया कि सुरक्षाकर्मियों ने कोई मदद नहीं की. उनका कहना है कि सरकार को वायरस से मरने वालों के अंतिम संस्कार करने के लिए बेहतर योजना बनानी चाहिए.
कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले 55 वर्षीय डॉक्टर साइमन हरक्यूलिस के शव को दफनाने के दौरान भीड़ ने एम्बुलेंस पर हमला बोल दिया, जिससे सभी लोगों को शव छोड़ भागना पड़ा. बाद में एक सहकर्मी ने दो कर्मचारियों के साथ आधी रात को शव को दफनाया.
मामला कूच बिहार का है, जहां गुरुवार को बिना नंबर प्लेट के एक वाहन में कथित तौर पर चोरी की दो गायों को ले जा रहे दो लोगों को भीड़ ने रोका. उनकी डंडों से पिटाई की, उन पर पत्थर फेंके और वाहन में आग लगा दी.
बिहार पुलिस ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ लगाए गए आरोप शरारतपूर्ण हैं और उनमें कोई ठोस आधार नहीं है. इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज करवाने वाले स्थानीय वकील सुधीर कुमार ओझा पर कार्रवाई की जाएगी.
देशभर में मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं पर चिंता ज़ाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने वाले विभिन्न क्षेत्रों की 49 हस्तियों के ख़िलाफ़ राजद्रोह, शांति भंग और उपद्रव के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है.
बिहार के वकील सुधीर कुमार ओझा की ओर से दो महीने पहले दायर की गई एक याचिका पर मुज़फ़्फ़रपुर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद यह एफआईआर दर्ज हुई है.