फिल्म पद्मावती पर भावनाएं आहत हो जाती हैं लेकिन आत्मदाह से एक महिला की मौत पर वही भावनाएं मुर्दा सन्नाटे से भर जाती हैं.
'इतिहास के ज्ञान के नाम पर जहालत इतनी है कि फिल्मों को ही इतिहास मान लिया जाता है. हमें यह समझना होगा कि फिल्म इतिहास नहीं है.'
फिल्म पद्मावती पर भावनाएं आहत हो जाती हैं लेकिन आत्मदाह से एक महिला की मौत पर वही भावनाएं मुर्दा सन्नाटे से भर जाती हैं.
'इतिहास के ज्ञान के नाम पर जहालत इतनी है कि फिल्मों को ही इतिहास मान लिया जाता है. हमें यह समझना होगा कि फिल्म इतिहास नहीं है.'