जयपुरः हिंगोनिया गोशाला में चारा ख़त्म, सैंकड़ों गायों की कथित तौर पर भूख से मौत

गायों की मौत के संबंध में दो लोगों को निलंबित किया गया. अक्षयपात्र फाउंडेशन करता है हिंगोनिया गोशाला का संचालन. भाजपा पार्षदों ने मांग की है कि गायों की मौत के लिए ज़िम्मेदार लोगों पर गोहत्या का मामला दर्ज किया जाए.

गोशालाओं में गायों की रोज़ाना मौत और गोभक्ति का पाखंड

भाजपा शासित राज्यों में गोशालाओं में बदइंतज़ामी के चलते लगातार गायों की मौत हो रही है, लेकिन वे गाय के प्रति अपना ‘प्रेम’ उजागर करने में नित नये क़दम बढ़ाते रहते हैं.

गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने की सलाह देने वाले जज ने कहा, मोर ब्रह्मचारी है, इसलिए राष्ट्रीय पक्षी

हिंगोनिया गोशाला मामले पर फैसला सुनाते हुए राजस्थान हाईकोर्ट के जज महेश चंद्र शर्मा ने यह भी सुझाव दिया कि गोहत्या पर आजीवन कारावास की सज़ा दी जाए.

अपने अंतिम कार्यदिवस पर राजस्थान हाईकोर्ट के जज ने कहा, ‘गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करे सरकार’

हिंगोनिया गोशाला मामले पर फैसला सुनाते हुए अदालत ने यह भी सुझाव दिया है गोहत्या पर आजीवन कारावास की सजा दी जाए.

गो-कल्याण मंत्रालय वाले राजस्थान में गाय सुरक्षित, गो-सेवक असुरक्षित

राजस्थान एकमात्र राज्य है जहां गो कल्याण मंत्रालय है, लेकिन जयपुर के हिंगोनिया गाय पुनर्वास केंद्र में काम कर रहे गो-सेवक न सिर्फ असुरक्षित हैं, बल्कि बेहद कम मेहनताने पर काम करने को मजबूर हैं.