भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना वर्ष 2007 से लगातार तीन बार प्रदेश विधानसभा चुनाव जीते थे. पहली बार उन्होंने 2007 में भिकियासैंण से चुनाव जीता जबकि दूसरी और तीसरी बार उन्होंने सल्ट सीट का प्रतिनिधित्व किया.
देहरादून: उत्तराखंड के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का बृहस्पतिवार तड़के नई दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया. वह 50 वर्ष के थे.
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से कोविड-19 के उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती अल्मोड़ा जिले के सल्ट से विधायक जीना ने तड़के चार बजे अंतिम सांस ली.
भाजपा विधायक जीना वर्ष 2007 से लगातार तीन बार प्रदेश विधानसभा चुनाव जीते थे. पहली बार उन्होंने 2007 में भिकियासैंण से चुनाव जीता जबकि दूसरी और तीसरी बार उन्होंने सल्ट सीट का प्रतिनिधित्व किया.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल तथा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत ने विधायक के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक जताया है.
एक शोक संदेश में मुख्यमंत्री रावत ने कहा है कि राज्य ने एक ऊर्जावान और दूरदर्शी नेता खो दिया है. उन्होंने कहा, ‘उनकी गणना हमेशा सक्रिय रहने वाले विधायकों में थी और वह वंचित वर्गों की आवाज मुखर करने वाले तथा अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए सतत संघर्षरत रहने वाले जनसेवक थे.’
हाल ही में सुरेंद्र सिंह जीना की पत्नी के निधन का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह हाल में ही उनसे उनके आवास में मिले थे.
रावत ने दिवंगत नेता की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए उनके शोक संतप्त परिवारजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की कामना की है.
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने जीना को प्रभावी व्यक्तित्व के धनी और विधायी कार्यवाही के जानकार बताते हुए कहा कि हमने राजनीति एवं समाज की सेवा में अग्रणी रहने वाली एक धरोहर को खो दिया है.
अग्रवाल ने कहा कि कुछ दिन पहले ही उनकी पत्नी नेहा इस संसार को छोड़कर चली गई थीं और तब से वह खुद बीमार चल रहे थे. उन्होंने कहा कि उनके निधन की खबर सुनकर वह स्तब्ध हैं.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशी धर भगत ने सुरेंद्र सिंह जीना के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह युवा, ऊर्जावान व योग्य कार्यकर्ता और विधायक थे और हमेशा संगठन व जनहित में सक्रिय रहते थे.
उन्होंने कहा, ‘वह एक शालीन व्यक्ति थे और हर वर्ग में लोकप्रिय थे. उनके निधन से पार्टी व समाज को अपूर्णीय क्षति हुई है.’
उन्होंने ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने तथा उनके परिवार को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की है.
भगत ने कहा कि हाल में उनकी पत्नी का निधन हुआ था और अब उनके निधन से परिवार पर अवर्णनीय दुख आ पड़ा है और ईश्वर यह दोहरा दुख सहन करने की शक्ति परिवार को दे.