जयंत चौधरी राष्ट्रीय लोक दल के नए अध्यक्ष चुने गए

राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष और जंयत चौधरी के पिता अजित चौधरी का बीते छह मई को कोविड-19 से निधन हो गया था. पार्टी के बयान में कहा गया कि जयंत चौधरी को पार्टी का अध्यक्ष चुने जाने का फैसला पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की ऑनलाइन आयोजित बैठक में लिया गया. जयंत चौधरी अभी तक पार्टी के उपाध्यक्ष थे.

जयंत चौधरी (फोटो: फेसबुक/जयंत चौधरी)

राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष और जंयत चौधरी के पिता अजित चौधरी का बीते छह मई को कोविड-19 से निधन हो गया था. पार्टी के बयान में कहा गया कि जयंत चौधरी को पार्टी का अध्यक्ष चुने जाने का फैसला पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की ऑनलाइन आयोजित बैठक में लिया गया. जयंत चौधरी अभी तक पार्टी के उपाध्यक्ष थे.

जयंत चौधरी (फोटो: फेसबुक/जयंत चौधरी)
जयंत चौधरी (फोटो: फेसबुक/जयंत चौधरी)

नई दिल्ली: जयंत चौधरी मंगलवार को राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किए गए. पार्टी ने एक बयान जारी करके यह जानकारी दी.

जयंत चौधरी के पिता अजित चौधरी के निधन के बाद जयंत को इस पद के लिए चुना गया है. अजित चौधरी का कोरोना वायरस संक्रमण के चलते बीते छह मई को निधन हो गया था.

पार्टी के बयान में कहा गया कि जयंत चौधरी को पार्टी का अध्यक्ष चुने जाने का फैसला पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की ऑनलाइन आयोजित बैठक में लिया गया. जयंत चौधरी अभी तक पार्टी के उपाध्यक्ष थे.

इसमें कहा गया, ‘बैठक के दौरान पार्टी के महासचिव त्रिलोक त्यागी ने जयंत के नाम का प्रस्ताव राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए पेश किया, जिसका पूर्व सांसद एवं राष्ट्रीय महासचिव मुंशीराम पाल ने अनुमोदन किया तथा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से इसका समर्थन किया.’

जयंत चौधरी ने इस पद पर चुने जाने के बाद पार्टी के सदस्यों का आभार व्यक्त किया और सभी से पार्टी नेताओं चौधरी चरण सिंह और अजित सिंह के पदचिह्नों पर चलने का आह्वान किया.

उन्होंने बाद में ट्वीट कर कहा, ‘मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं और मुझे आगे आने वाली चुनौतियों का भान है. मैं अपने संगठन को मजबूत करने का भरसक प्रयास करूंगा. चूंकि हम अपने मूल मुद्दों को सामूहिक रूप से आगे ले जा रहे हैं इसलिए हम प्राप्त सुझावों को महत्व देंगे. पहले कदम के तौर पर कोविड से प्रभावित सभी परिवारों के लिए संवेदना और उनके साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए मैं एक खुला पत्र तैयार कर रहा हूं.’

उनके पिता अजीत सिंह केंद्रीय मंत्री और कई बार सांसद रहे थे. उनके दादा चौधरी चरण सिंह किसान नेता और देश के पांचवें प्रधानमंत्री थे.

पूर्व लोकसभा सदस्य जयंत चौधरी ने 2002 में दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस से एकाउंटिंग एंड फाइनेंस में स्नातोकोत्तर किया.

जयंत के पिता अजित सिंह की गिनती उत्तर भारत के प्रमुख जाट और किसान नेताओं में होती थी. रालोद का 2014 तक उत्तर भारत खासकर पश्चिम उत्तर प्रदेश में दबदबा रहा है. हालांकि 2017 के विधानसभा और 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी को तगड़ा झटका लगा था. खुद अजित सिंह बागपत से चुनाव हार गए थे.

मौजूदा लोकसभा में रालोद के पास कोई सीट नहीं थी. 2019 के आम चुनावों में तीन सीटों लड़ने वाली रालोद को एक भी सीट पर विजय हासिल हो सकी थी.