‘जो 12 साल मैंने जेल में गुज़ारे, उन्हें कोई लौटा नहीं सकता’

साल 2005 में दिल्ली बम धमाकों के आरोप में गिरफ्तार किए गए कश्मीर के मोहम्मद रफीक़ शाह को अदालत ने 12 साल बाद बरी कर दिया. अब वे कश्मीर में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं.

हर कहानी को जॉली एलएलबी-2 जैसा अंत नहीं मिल पाता

जॉली एलएलबी-2 एक मुस्लिम युवा के फेक एनकाउंटर की कहानी है. आख़िर में उसे न्याय मिल जाता है. लेकिन असल ज़िंदगी की कहानियों को क्या ऐसा अंत मिल पाता है?