भारतीय श्रमिक अधिक देर तक काम करते हैं, पर कमाते कम हैं: आईएलओ रिपोर्ट

अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ उप-सहारा अफ्रीकी देशों को छोड़ दें, तो भारतीय श्रमिक न्यूनतम वेतन पाते हैं. कई बार मज़दूरों को एक हफ्ते में 48 घंटे तक काम करना पड़ता है. यह आंकड़ा चीन में औसतन 46, ब्रिटेन में 36, अमेरिका में 37 और इजराइल में 36 घंटे प्रति हफ्ते का है.

घरेलू कामों में सिर्फ़ 26 फ़ीसदी पुरुष देते हैं साथ, बिना वेतन काम महिलाओं के ही ज़िम्मे: सर्वे

केंद्र के राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय द्वारा कराए गए एक सर्वे से पता चलता है कि रोज़गार एवं इससे संबंधित गतिविधियों, जहां एक निश्चित सैलरी होती है, में महिलाओं की भागीदारी सिर्फ़ 18.4 फ़ीसदी है.

चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में आएगी 10.5 प्रतिशत की गिरावट: फिच रेटिंग्स

फिच के अलावा इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में 11.8 प्रतिशत की गिरावट आएगी. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी में 23.9 प्रतिशत की गिरावट आई है. यह दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में गिरावट के सबसे ऊंचे आंकड़ों में से एक है.

गर्त में जीडीपी: मोदी के ‘सब चंगा सी’ रवैये से इस संकट का हल नहीं निकलेगा

मुख्य आर्थिक सलाहकार आश्वस्त कर रहे हैं कि सरकार के पास भविष्य में सही समय पर जारी करने के लिए काफी संसाधन हैं. लेकिन सौ सालों में एक बार आने वाले आर्थिक संकट का सामना कर रही अर्थव्यवस्था के पास बस एक ही चीज़ की किल्लत होती है और वह है समय.

मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी में रिकॉर्ड 23.9 फीसदी की गिरावट

राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, जून तिमाही में ​सिर्फ़ कृषि, वानिकी और मत्स्य उद्योग में विकास दर्ज की गई है. तीनों क्षेत्रों में विकास दर ​3.4 प्रतिशत रही. साल 1996 में जीडीपी वृद्धि के तिमाही आंकड़े देने की शुरुआत किए जाने के बाद से यह सबसे ज़्यादा गिरावट है.