असम: 27 साल से बहिष्कार झेल रहे व्यक्ति के शव को दफ़नाने के बाद हिंदू रिवाज़ों से अंतिम संस्कार

असम के दरांग ज़िले के एक गांव की घटना. 65 वर्षीय अतुल शर्मा की बीते 9 अगस्त को मौत हो गई थी, लेकिन ग्रामीणों के कथित असहयोग के कारण परिवार को उनका शव जलाने के बजाय दफ़नाने के लिए मजबूर होना पड़ा. 27 साल पहले अंतरजातीय विवाह करने की वजह से ग्रामीणों ने उनका सामाजिक बहिष्कार कर दिया था.

सिंघू बॉर्डर हत्या: दलित शख़्स के अंतिम संस्कार में अड़चन पैदा कर रहे लोगों पर कार्रवाई की मांग

दिल्ली-हरियाणा सिंघू बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शनस्थल के पास 15 अक्टूबर की सुबह एक दलित खेतिहर मज़दूर का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया था. उनकी कलाई कटी हुई थी और उसके टखने और पैर टूटे हुए थे. निहंग सिखों ने पवित्र धर्मग्रंथ की बेअदबी के आरोप में उनकी हत्या किए जाने की बात कही है.

कोरोना संक्रमित होने के शक में महिला के अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस और डॉक्टरों पर पथराव

हरियाणा के अंबाला छावनी के चांदपुरा गांव का मामला. ग्रामीणों का शक था कि महिला की मौत कोविड-19 से हुई है और अंतिम संस्कार करने से इलाके में भी संक्रमण फैल सकता है.

कोविड-19: जान जाने के बाद भी ख़त्म नहीं हो रहा संक्रमितों का संघर्ष

देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की अंतिम क्रिया को लेकर सरकार द्वारा स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किए गए हैं, इनके बावजूद कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जहां संक्रमण के डर से मृतकों को दफ़नाने या जलाने विरोध किया गया या फिर मृतक के परिजनों के इनकार के बाद प्रशासन ने यह ज़िम्मेदारी उठाई.

चेन्नई: कोरोना वायरस से जान गंवाने वाले डॉक्टर का अंतिम संस्कार स्थानीय लोगों ने रोका

सोमवार को आंध्र प्रदेश के रहने वाले एक डॉक्टर की कोरोना वायरस के चलते मौत के बाद उनके शव को अंबत्तूर क्षेत्र के एक श्मशान घाट ले जाया गया था. यहां स्थानीय लोगों के विरोध के बाद शहर के अन्य इलाके में उनका अंतिम संस्कार किया गया.