‘तुम्हारा यह (साबुन-शैम्पू) दान एक गाली है मेरे आत्मसम्मान के लिए’

यूपी में योगी के दौरे से पहले मुसहर समुदाय के लोगों को साबुन व शैम्पू बांटे गए ताकि सीएम से मिलने के लिए वे नहाकर आएं. कवि असंग वानखेड़े ने इसके जवाब में एक ​कविता लिखी.

मुसहरों को साबुन-शैंपू बांटकर लोकतंत्र अपना पाप धो रहा है

सीएम योगी के दौरे के पहले सार्वजनिक रूप से एक समुदाय पर ‘गंदगी और प्रदूषण’ का विचार आरोपित किया गया, जबकि आज़ाद भारत का लोकतंत्र उस समुदाय के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी नहीं निभा पाया है.