भारत में अकादमिक स्वतंत्रता का स्तर 10 साल पहले की तुलना में बहुत अधिक गिरा है: रिपोर्ट

वी-डेम संस्थान द्वारा जारी ‘अकादमिक स्वतंत्रता सूचकांक’ में कहा गया है कि भारत दुनिया के 179 देशों में से उन 22 देशों में शुमार है, जहां शिक्षण संस्थानों और शिक्षाविदों को काफी कम स्वतंत्रता प्राप्त है. भारत इस मामले में नेपाल, पाकिस्तान और भूटान जैसे अपने पड़ोसी देशों से भी पिछड़ा हुआ है.

तानाशाहीपूर्ण देशों की सूची में भारत शीर्ष 10 में, हालात और बिगड़ेंगे: रिपोर्ट

वी-डेम (वेराइटीज ऑफ डेमोक्रेसी) संस्थान की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत विश्व के उन शीर्ष दस देशों में शुमार है जहां निरंकुश राज्यसत्ता का शासन है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा के जीतने के बाद से भारत में लोकतंत्र के स्तर में गिरावट आई है. पिछले साल की रिपोर्ट में भी भारत को 'चुनावी तानाशाही' वाले देश के रूप में वर्गीकृत किया गया था.

भारत अब लोकतंत्र नहीं, ‘चुनावी तानाशाही’ में तब्दील हो चुका है: स्वीडिश इंस्टिट्यूट रिपोर्ट

स्वीडन के इस इंस्टिट्यूट की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2014 में भाजपा और नरेंद्र मोदी की जीत के बाद से देश का लोकतांत्रिक स्वरूप काफी कमज़ोर हुआ है और अब ये ‘तानाशाही’ की स्थिति में आ गया है.

भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रियाएं तेज़ी से गिरावट के रास्ते पर: रिपोर्ट

स्वीडन के वी-डेम इंस्टिट्यूट की साल 2020 की डेमोक्रेसी रिपोर्ट में कहा गया है कि नरेंद्र मोदी सरकार में मीडिया, नागरिक समाज और विपक्ष के लिए कम होती जगह के कारण भारत एक लोकतंत्र का दर्जा खोने की कगार पर है.