चुनाव सुधार से संबंधित शोध संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने चुनाव में 1141.72 करोड़ रुपये ख़र्च किए, वहीं कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में 626.36 करोड़ रुपये व्यय किया है.
नई दिल्ली: पिछले साल जून में हुए लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक खर्च सत्तारूढ़ भाजपा ने किया. चुनाव सुधार से संबंधित शोध संस्था एडीआर (एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स) की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने चुनाव में 1141.72 करोड़ रुपये खर्च किए. यह सभी दलों के कुल चुनाव खर्च का 44 प्रतिशत है.
गैर सरकारी संगठन एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की शुक्रवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, सात राष्ट्रीय दलों सहित 32 क्षेत्रीय दलों में कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में 626.36 करोड़ रुपये खर्च किए, जो कि सभी दलों के खर्च का 24 प्रतिशत है.
रिपोर्ट के अनुसार, लोकसभा चुनाव के दौरान 32 राजनीतिक दलों ने प्रचार पर 1495.41 करोड़ रुपये, यात्रा पर 567.19 करोड़ रुपये, उम्मीदवारों पर 528.94 करोड़ रुपये और अन्य मद में 399.03 करोड़ रुपये के व्यय का ब्योरा चुनाव आयोग को दिया है.
आयोग को राजनीतिक दलों द्वारा मुहैया कराए गए प्रचार खर्च के ब्योरे के विश्लेषण पर आधारित एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार पर सर्वाधिक (49.94 प्रतिशत) खर्च किया जबकि उम्मीदवारों पर 17.67 प्रतिशत व्यय किया.
रिपोर्ट के अनुसार, चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों को प्राप्त चंदे के ब्योरे के मुताबिक सात राष्ट्रीय और 25 क्षेत्रीय दलों को कुल 6405.59 करोड़ रुपये की राशि मिली. इसमें सात राष्ट्रीय दलों को 5544.34 करोड़ रुपये (86.55 प्रतिशत) और क्षेत्रीय दलों को 861.25 करोड़ रुपये (13.45 प्रतिशत) की राशि मिली.
सभी 32 राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों ने कुल मिले चुनावी चंदे में से 2591.39 करोड़ रुपये खर्च किए. इसमें राष्ट्रीय दलों का कुल व्यय 2004.99 करोड़ रुपये (77.37 प्रतिशत) रहा.