जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने कर्मचारियों के लिए जारी की एडवायजरी.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने कर्मचारियों से सार्वजनिक स्थलों पर ईद की नमाज अदा करने से बचने को कहा है. यह परामर्श जामा मस्जिद के बाहर पुलिस उपाधीक्षक की हत्या होने के बाद आया है.
पुलिस कर्मचारियों को जिला पुलिस लाइन या सुरक्षित मस्जिदों में नमाज अदा करने का परामर्श दिया गया है.
परामर्श में सभी पुलिस स्टेशनों को शामिल किया गया है. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस के सभी पुलिस विंग, सेना के चिनार दस्ते, आईटीबीपी, एसएसबी, सीआरपीएफ, बीएसएफ और सीआईएसएफ भी इस परामर्श में शामिल हैं.
पुलिस महानिरीक्षक, कश्मीर की ओर से पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) ने परामर्श जारी किया है. इसमें कहा गया है, आपको सुनसान या सामान्य मस्जिद या ईदगाह में नमाज नहीं अदा करने की सलाह दी जाती है.
इसमें सभी पुलिस कर्मियों से जिला पुलिस लाइन (डीपीएल) श्रीनगर या पीसीआर कश्मीर में ईद की नमाज अदा करने की सलाह दी गई है.
अन्य जिलों में भी कर्मचारियों से ईद की नमाज डीपीएल मस्जिद या फिर सुरक्षित मस्जिद में अदा करने को कहा गया है.
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसपी वैद से जब परामर्श के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि एहतियात बरतना सही है.
उन्होंने कहा, पुलिस कर्मी मेरे अपने लोग हैं. मैं उन्हें सलाह दूंगा. वह मेरे बच्चे हैं इसलिए मैं उन्हें एहतियात बरतने की सलाह देता हूं.
यह परामर्श नोहट्टा के ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के बाहर गुरुवार को शब-ए-कादर नमाज के बाद पुलिस उपाधीक्षक मोहम्मद अयूब पंडित की हत्या होने के बाद आया है.