मोहसिन शेख़ हत्याकांड: ‘मुझे यक़ीन था रोहिणी मैडम हमारी अर्ज़ी स्वीकार कर लेंगी’

उज्ज्वल निकम के पिछले महीने मोहसिन शेख़ हत्या मामले से पीछे हटने के बाद पीड़ित परिवार ने रोहिणी सालियान को बतौर विशेष पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नियुक्त करने की मांग की थी.

उज्ज्वल निकम के पिछले महीने मोहसिन शेख़ हत्या मामले से पीछे हटने के बाद पीड़ित परिवार ने रोहिणी सालियान को बतौर विशेष पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नियुक्त करने की मांग की थी.

Rohini Saliyan and Mohsin Sheikh PTI
रोहिणी सालियान और मोहसिन शेख़ (फोटो: पीटीआई)

2014 महाराष्ट्र के पुणे में 24 वर्षीय मोहसिन शेख़ की कथित तौर पर हिंदू राष्ट्र सेना (एचआरएस) द्वारा पीट-पीट कर हत्या  कर दी गई थी. इस मामले में अब रोहिणी सालियान विशेष पब्लिक प्रॉसिक्यूटर की ज़िम्मेदारी निभाने को तैयार हो गई हैं. सालियान ने मोहसिन के पिता को पत्र लिखकर ज़िम्मेदारी निभाने की बात कही है.

सालियान इससे पहले मालेगांव ब्लास्ट में बतौर विशेष पब्लिक प्रॉसिक्यूटर के रूप में चर्चा में आई थी. उन्होंने एनआईए पर आरोप लगाया था कि उन पर दबाव बनाया जा रहा है कि वो मालेगांव ब्लास्ट के आरोपियों पर नरमी बरतें.

मोहसिन के पिता सादिक़ शेख़ ने द वायर से बात करते हुए सालियान के विशेष पब्लिक प्रॉसिक्यूटर की ज़िम्मेदारी वाली बात की पुष्टि की है.

सादिक़ कहते हैं, ‘‘मुझे यक़ीन था रोहिणी मैडम हमारी अर्ज़ी स्वीकार कर लेंगी. निकम साहब के पीछे हटने के बाद हमारा पूरा परिवार बहुत चिंतित था. मुझे सालियान जी ने पत्र लिखकर मुक़दमा लड़ने की अर्ज़ी स्वीकार कर ली है. अब हमारे परिवार की हिम्मत बढ़ गई है.’

रोहिणी सालियां द्वारा मोहसिन शेख के पिता को लिखा गया पत्र
रोहिणी सालियान द्वारा मोहसिन शेख़ के पिता को लिखा गया पत्र

हालांकि राज्य सरकार ने अभी तक सालियान के आवेदन को स्वीकार नहीं किया है. यह राज्य सरकार पर निर्भर होगा कि क्या अब ये मामला सालियान देखेंगी.

सादिक़ बताते हैं, ‘हमने सालियान जी द्वारा स्वीकार किए पत्र को माननीय मुख्यमंत्री को भेज दिया है और उनसे मांग की है कि अब मेरे बेटे की हत्या का मामले में सालियान मैडम को विशेष पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नियुक्त किया जाए.’

मोहसिन शेख़ की हत्या मामले को अब तक उज्ज्वल निकम देख रहे थे. पिछले महीने निकम ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर मामले से बतौर पब्लिक प्रॉसिक्यूटर हटने की मांग की थी, जिसे राज्य सरकार ने स्वीकार कर लिया था.

निकम के मामले छोड़ने के बाद सादिक़ शेख़ ने बताया था कि उनसे किसी ने कहा था और सोशल मीडिया में भी यह बात सामने आरही है कि उन्होंने ने आरोपी पक्ष के दबाव के चलते हाथ पीछे ले लिया है. लेकिन अभी तक निकम की तरफ़ से कोई भी कारण सामने नहीं आया है.

ये भी पढ़ें: ‘भीड़ मेरे बेटे को निगल गई, कल किसी और के बेटे को निगल लेगी’

सादिक़ ने जब उनसे कारण पूछा तो उन्होंने कोई कारण न बताते हुए सिर्फ एक मैसेज में कहा, ‘आप बहुत अच्छे आदमी हैं और ईश्वर आपके साथ है.’

सालियान महाराष्ट्र में बहुत सारे चर्चित मुक़दमे लड़ चुकी हैं. जेजे शूटआउट जैसे महत्वपूर्ण मामलों के अलावा घाटकोपर और मुलुंड बम ब्लास्ट मामले में भी बतौर पब्लिक प्रॉसिक्यूटर काम कर चुकी हैं.

सोलापुर के रहने वाले मोहसिन शेख़ को 2 जून, 2014 पुणे के हड़पसर इलाक़े में शाम की नमाज़ से लौटने के दौरान कथित हिंदूवादी भीड़ ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी.

सोशल मीडिया पर शिवाजी महाराज और शिवसेना नेता बालासाहेब ठाकरे की आपत्तिजनक तस्वीर के चलते कथित हिंदूवादी संगठन ने पुणे में काफी दंगा और विरोध प्रदर्शन भी किया था.

हिंदू राष्ट्र सेना का अध्यक्ष धनंजय देसाई इस मामले में मुख्य आरोपी हैं और अभी भी पुलिस हिरासत में हैं. मामले में कुल 21 लोगों की गिरफ़्तारी हुई थी, लेकिन उनमें से अब तक 14 लोगों को ज़मानत मिल चुकी है.