केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने राजनेताओं से अपील की है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में आम लोगों को महामारी के ख़िलाफ़ जागरूक करें और उन्हें सरकारी दिशा-निर्देशों के पालन के लिए प्रेरित करें.
इंदौर: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि देश में कोविड-19 से मरीजों के उबरने की दर बढ़कर 76.28 प्रतिशत पर पहुंच गई है, लेकिन इस महामारी के खिलाफ जारी जंग हल्के में नहीं ली जानी चाहिए.
वह मध्य प्रदेश के इंदौर में केंद्र और राज्य सरकार के आपसी सहयोग से तैयार सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के लोकार्पण समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित कर रहे थे.
राज्य में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिले इंदौर में यह अस्पताल दो साल के भीतर करीब 237 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है. इसे फिलहाल केवल महामारी के इलाज के लिए शुरू किया गया है.
हर्षवर्धन ने लोकार्पण समारोह में कहा, ‘देश में कोविड-19 के मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 76.28 प्रतिशत पर पहुंच गया गई है, जबकि मृत्यु दर 1.82 फीसद रह गई है. महामारी की यह मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम है.’
उन्होंने बताया कि देशवासियों में कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने के लिए करीब चार करोड़ नमूनों की जांच की गई है. इनमें से नौ लाख जांच अकेले बृहस्पतिवार को की गईं.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा, ‘भारत में कोविड-19 से निपटने के लिए पूरी दुनिया के मुकाबले बेहतर इंतजाम होने के बावजूद हमें इस महामारी के खिलाफ जारी जंग को अब भी हल्के में नहीं लेना है.’
उन्होंने नेताओं से अपील की कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में आम लोगों को महामारी के खिलाफ जागरूक करें और उन्हें सरकारी दिशा-निर्देशों के पालन के लिए प्रेरित करें.
हर्षवर्धन ने कहा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि अगर हम सब लोग मिलकर प्रयास करेंगे, तो हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना वायरस के खिलाफ जारी युद्ध में आने वाले समय में सफलता मिलेगी.’
उन्होंने बताया कि देशभर में 75 सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बनाने की योजना पर तेजी से काम जारी है.
मध्य प्रदेश में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति का जिक्र करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि राज्य के चार-पांच स्थानों पर महामारी के अपेक्षाकृत ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. केंद्र सरकार इन स्थानों पर विशेष ध्यान देगी ताकि महामारी के खिलाफ जारी युद्ध में व्यापक सफलता मिल सके.
उन्होंने यह भी बताया कि कोविड-19 के प्रकोप के मद्देनजर प्रदेश की राजधानी भोपाल में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की शाखा इसी साल खोलने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए राज्य सरकार ने केंद्र को 12,000 वर्ग फुट जगह प्रदान की है.
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एनसीडीसी की प्रस्तावित शाखा अत्याधुनिक प्रयोगशाला से लैस होगी जिसके जरिये कोरोना वायरस संक्रमण और अन्य बीमारियों की जांच तथा अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा.
उन्होंने बताया कि मोदी सरकार की मदद से मध्य प्रदेश में 14 नए मेडिकल कॉलेजों को विकसित किया जा रहा है.
कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए. इस अवसर पर यहां कार्यक्रम स्थल पर राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि मौजूद थे.
बता दें कि भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 76,472 नए मामले सामने आने के साथ ही देश में शनिवार को संक्रमण के मामले बढ़कर 3,463,972 हो गए हैं, वहीं 1,021 लोगों की मौत होने से मृतक संख्या 62,550 हो गई है.