प्रदेश के काकिनाड़ा शहर में स्थित मवेशी संरक्षण केंद्र में गायों की मौत का कारण निमोनिया और चारे की कमी बताया जा रहा है.
आंध्र प्रदेश के काकिनाड़ा शहर में निमोनिया और कथित तौर पर चारे की कमी के कारण एक मवेशी संरक्षण केंद्र में लगभग 46 गायें मर गयीं.
इस केंद्र में क्षमता से अधिक गायों को बड़ी संख्या में रखा गया है. आंध्र प्रदेश सरकार के अधिकारियों ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी है.
पूर्वी गोदावरी जिले के अधिकारियों के मुताबिक पुलिस ने केंद्र के प्रबंधन के ख़िलाफ़ कथित लापरवाही का मामला दर्ज कर लिया है, जिसकी वजह से मवेशी मर गये. भारी बारिश के कारण इस आश्रय केंद्र में कीचड़ भर गया है.
उन्होंने बताया कि शहर में बारिश के कारण सोसायटी फॉर प्रिवेंशन ऑफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स (एसपीसीए) द्वारा संचालित मवेशी संरक्षण केंद्र में कीचड़ और गंदगी फैली हुई है.
एसपीसीए ने हालांकि अपनी तरफ से किसी भी तरह की लापरवाही से इनकार किया है.
हालांकि पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक वी वेंकटेर राव ने कहा कि बारिश और कीचड़ के कारण हुए निमोनिया से गायें मरी हैं.
उन्होंने बताया, ‘इनमें से कुछ मवेशी चारे की कमी के कारण मर गये. हम लोगों ने केंद्र के अन्य मवेशियों के उपचार के लिए विशेष शिविर शुरू किया है और स्थिति नियंत्रण में है.’
सरकार के अधिकारियों ने आरोप लगाया कि केंद्र में केवल 150 मवेशियों को रखने की क्षमता है, लेकिन यहां 480 मवेशियों को रखा गया है.
जिला कलेक्टर कार्तिकेय मिश्र ने इस घटना की जांच का आदेश दिए हैं.
उन्होंने मवेशी केंद्र के प्रबंधन के लिए स्थानीय राजस्व विभागीय अधिकारी(आरडीओ) की अगुवाई में एक जांच समिति का गठन किया है.